संवेदनशील तटबंधों की निगरानी, चिकित्सा टीम और संसाधनों की समीक्षा हुई तेज बक्सर खबर। जिला प्रशासन बाढ़ से निपटने को पूरी तरह सतर्क और सक्रिय हो गया है। बुधवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी डॉ. विद्या नन्द सिंह की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन को लेकर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बाढ़ पूर्व की तैयारियों की व्यापक समीक्षा की गई और जरूरी निर्देश जारी किए गए। जिलाधिकारी ने सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, सदर अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में जीवन रक्षक दवाओं, जरूरी चिकित्सा उपकरणों और एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।
प्रशासन ने स्पष्ट किया कि बाढ़ के दौरान गर्भवती महिलाओं, वृद्धों, बच्चों और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों का विशेष ख्याल रखा जाए। इसके लिए चलंत चिकित्सा दल और वाहन की व्यवस्था सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया। सभी अंचलाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वे स्थानीय जनप्रतिनिधियों, प्रखंड विकास पदाधिकारी और पंचायत राज पदाधिकारी के साथ बैठक कर बाढ़ पूर्व तैयारियों पर चर्चा करें और जरूरी सुझाव लें। कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल को निर्देश दिया गया कि वे उमरपुर, केशोपुर, बिहार घाट और ढाबी टोला जैसे संवेदनशील तटबंध स्थलों पर बचाव कार्यों की तैयारियों को ससमय पूरा करें।
बैठक में बताया गया कि जिले के संवेदनशील एवं अति संवेदनशील स्थलों पर कुल 89,500 ईसी बैग और 4,390 बालू बोरे प्रमंडलीय गोदाम में सुरक्षित रखे गए हैं। साथ ही पॉलीथीन शीट्स, टेंट, महाजाल और लाइफ जैकेट की उपलब्धता की भी समीक्षा की जा रही है। अनुमंडल पदाधिकारी डुमरांव को निर्देश दिया गया कि वे अपने क्षेत्र में गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति और निगरानी सुनिश्चित करें, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल राहत कार्य किया जा सके।