बकरीद और गंगा दशहरा को लेकर साफ-सफाई और विधि-व्यवस्था पर विशेष जोर बक्सर खबर। ईद-उल-जोहा (बकरीद) और गंगा दशहरा पर्व को शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के उद्देश्य से बुधवार को समाहरणालय परिसर स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी डॉ विद्यानंद सिंह और पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य की संयुक्त अध्यक्षता में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कई आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए। बैठक की शुरुआत में जिला शांति समिति के सदस्यों ने बकरीद पर्व के संबंध में अपने-अपने सुझाव प्रस्तुत किए, जिन पर अधिकारियों ने गंभीरता से विमर्श किया।
जिलाधिकारी ने सभी सदस्यों और जिला-प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों से आग्रह किया कि पर्व को शांतिपूर्ण वातावरण में मनाया जाए। उन्होंने प्रशासनिक तैयारियों की बारीकी से समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को निर्देशित किया गया कि वे बक्सर और डुमरांव के एसडीओ से समन्वय बनाकर पर्व मार्गों की सूची तैयार करें और सभी लूज व लटके तारों की मरम्मत सुनिश्चित करें।वहीं नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को सभी मार्गों की सफाई, चूना और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव पर्व से पहले कराने का निर्देश दिया गया।पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने लोगों से अपील की कि कुर्बानी खुले स्थान पर न करें और मांस के अवशेष को इधर-उधर न फेंके ताकि किसी अन्य समुदाय की भावना आहत न हो।

शांति समिति के सदस्यों ने बताया कि रामरेखा घाट पर तोरण द्वार निर्माण के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया है। इस पर नगर परिषद को अविलंब कार्रवाई कर निर्माण सामग्री हटाने व घाटों की सफाई कराने का निर्देश मिला।पुलिस अधीक्षक ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया कि वे बकरीद के दौरान बाइक गश्ती कर विधि-व्यवस्था पर नजर रखें और सोशल मीडिया पर किसी भी आपत्तिजनक पोस्ट पर तत्काल कार्रवाई करें। सभी मस्जिदों के आसपास पुलिस बल की तैनाती और पेट्रोलिंग पार्टी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी अनुमंडल, प्रखंड और अंचल स्तर पर पर्व से पूर्व शांति समिति की बैठक अवश्य कराई जाए। बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, विशेष कार्य पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी बक्सर व डुमरांव, सभी संबंधित विभागीय पदाधिकारी और शांति समिति के सदस्य मौजूद रहे।