हर समय याद आती है गांव की मिट्टी : हाईकोर्ट जज

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गांव के होनहार छात्रों को दी गई बीस-बीस हजार की मदद
बक्सर खबर: डुमरी के.पी.उच्च विद्यालय के बेहतर अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को हाईकोर्ट के जज ने शनिवार को सम्मानित किया। कार्यक्रम विद्यालय के प्रांगण में हुआ जिसकी अध्यक्षता विद्यालय के प्रचार्य मारकंण्डेय सिंह और संचालन जगदीश नरायण ओझा ने किया। कार्यक्रम का उद्घाटन पटना हाईकोर्ट के जज संजय कुमार, पूर्व आईएएस मिथलेश कुमार, सुप्रिमकोर्ट के वकील शशांक शेखर, आयकर के वकील शालीन कुवंर, भाजपा नेता सत्येन्द्र कुवंर, सर्वजीत एचपी गैस डुमरी के संचालक प्रेमसागर कुवंर आदि ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम डुमरी निवासी व सुप्रिमकोर्ट दिल्ली के बरिष्ठ अधिवक्ता शशांक शेखर कुवंर ने अपने माता रेणु देवी व पिता नरेन्द्र कुवंर के पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित कराया था। जिसमें छात्रों को स्कॉलरशिप के तहत बीस हजार रूपया का चेक दिया गया। उसमें चंदन यादव (60.3) फिसदी, पूजा कुमारी(66.4) फिसदी व दसवीं के छात्र संदीप कुमार(71) फिसदी, निकहत परवीन (69.2)फिसदी अंक लाने के लिए 20 हजार का चेक दिया गया।

इस मौके पर डुमरी निवासी पटना हाई कोर्ट के जज संजय कुमार ने छात्रों को संबोधन के लिए माइक पकड़ा तो सबसे पहले कहा कि मैं भी इसी गांव का रहने वाला हूं। इसी गांव की गली में कभी दादा के साथ बचपन में आया करता था। पिता जी की नौकरी की वजह और पढ़ाई के कारण बडा हुआ तो गांव में नहीं पहुंचा। परन्तु जिंदगी के एक पडाव में ऐसा समय जरूर आता है जब इंसान अपनी जड़ यानी गांव से जुडऩे का प्रयास करता है। यह मौका मेरे भाई शशांक ने आज दे दिया है। इंसान को पढऩे के लिए गांव छोडऩा पड़े तो कोई गम नहीं रखना। लेकिन, एक शिखर पर पहुंच कर पुन: गांव के विकास में जुडऩा चाहिए। अब हम गांव से एक बार फिर जुड़े है आगे छात्र-छात्राओं के पढ़ाई के लिए भरपूर मदद होगी।

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