जापान कराएगा जिले में प्याज की खेती, मिलेगा अनुदान

0
384
बक्सर खबर : प्रधानमंत्री के नए प्रोजेक्ट किसानों की आय दुगनी करने की कोशिश के तहत जापान बक्सर में प्याज की खेती कराएगा। शनिवार को वीर कुँवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमराॅव मे प्याज उत्पादन, भण्डारण एवं विपणन पर किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। जहां इसकी जानकारी दी गई। इसे बढावा देने के लिए किसानों को अनुदान भी दिया जाएगा। कार्यक्रम का आयोजन ग्लोबल एग्री सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली द्वारा कराया गया। गोष्ठी में बताया गया एशियन डेवलपमेंट बैंक की वित्तीय सहायता जपान फंड फाॅर पोवरटी रिडक्सन’’ के अंतर्गत किया जाएगा।
यह परियोजना राज्य के उद्यान विभाग पटना द्वारा चलाई जा रही है। परियोजना का मुख्य उदेश्य लघु किसानों की फसल बाजार तक पहुंचाने और उसे सरल बनाना है। गोष्ठी में डा0 रियाज अहमद, डा0 डी0 के0 सिंह, डा0 मणि भूषण ठाकुर एवं डा0 नीतू कुमारी ने उन्नत विधि द्वारा प्याज उत्पादन, बिमारीयों की रोकथाम और भण्डारण व विपरण संबधी जानकारी दी। प्रश्नोत्तरी क्रार्यक्रम मे किसानों ने बढ़- चढ़ कर हिस्सा लिया। श्री संदीप पवार ने ग्लोबल एग्री सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली की ओर से किसानों व वैज्ञानिकों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
हेरिटेज विज्ञापन
जपान ने किया चार जिलों का चयन
बक्सर : जपान फंड फाॅर पोवरटी रिडक्सन’’ के अंतर्गत परियोजना में राज्य के चार जिला नालंदा, बक्सर, मुज्जफरपुर और वैशाली मे क्रमशः आलू, प्याज, मधु और लीची उत्पादन, भण्डारण एवं विपणन बढ़ाने के लिए चयनित किया गया है। ताकि किसानों एव बागवानी करने वालों की आमदानी बढ़ाई जा सके। परियोजना के अंतर्गत चारो जिला मे 12 समुह बनाये गए है। जिनमें 600 किसान व बागवान सदस्य है। जिला नालंदा और वैशाली में किसानो की आलू और मधु उत्पादन व विपरण पर उनके द्वारा ही अपनी कंपनी बनाई गई है। ताकि वें खुद अपने उत्पाद को बजार मे बेच कर अधिक से अधिक मुनाफा कमा सके। परियोजना अतंर्गत कंपनी को मुख्य खरीदारो से जोड़ा जाएगा और इनके सदस्यों को ग्लोबल एग्री सिस्टम द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। बक्सर में प्याज की खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उसी में से किसानों का चयन होगा। डुमरांव में चल रहे प्रशिक्षण में लगभग सौ से अधिक किसान भाग ले रहे हैं।
प्याज है औषधी
बक्सर : प्याज की खेती भारत के सभी भागों मे सफलता पूर्वक की जाती है। प्याज एक नकदी फसल है जिसमें विटामिन सी, फास्फोरस आदि पौष्टिक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। जिसका उपयोग सलाद, सब्जी, अचार एवं मसाले के रूप में किया जाता है। गर्मी में लू लग जाने तथा गुर्दे की बीमारी में भी प्याज लाभदायक रहता है। भारत में रबी तथा खरीफ दोनो ऋतूओं मे प्याज उगाया जा सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here