देश के लिए दो जंग लड़ने वाला हार गया परिवार की जंग

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-कारगिल में तीन साथी शहीद हो गए, पर शायद यह देखने के लिए बच गया
बक्सर खबर। जेल जाने से पहले आरोपी पिता सह पूर्व फौजी महेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहा अपने 28 साल के सैन्य जीवन में दो लड़ाइयां लड़ा। तीन मेडल मिले हैं। सर मेरा कैरेक्टर जांच करा लिजिए। आजतक कोई गलत काम नहीं किया। लेकिन बेटी से हार गया साहब…………….। यह कथन है कुकुढ़ा हत्याकांड के मुख्य आरोपी पूर्व सैनिक महेन्द्र प्रसाद गुप्ता के। पूछताछ के दौरान यह बाते कह कर फफक-फफक कर रो पड़ा। उसने कहा कि शायद भगवान यही दिन देखने के लिए मुझे बचा कर रखे थे। नहीं तो मैं 1999 में हुए भारत-पाक कारगिल युद्ध में ही अपने अन्य तीन साथियों के साथ शहीद हो गया होता।

उसने पूछताछ के दौरान पुलिस अधिकारियों को कारगिल युद्ध के बारे में बताया कि मैं अपने टुकड़ी का होलसोल था साहब। जब मैं रड़ार चढ़ा रहा था। मेरे तीन साथी नीचे रस्सी पकड़े थे। उसी दौरान पाकिस्तानी बम फटा और तीनों की मौत मौके पर हो गई। मेरे पैर में बम के छिटे लगे मैं भी उसमें घायल हो गया था। उस समय भगवान को शुक्रिया अदा किया था कि प्रभु ने मुझे बच्चों के लिए बचा लिया था। परन्तु आज लगा कि कास उसी दिन मैं शहीद हो गया होता तो आज यह दिन नहीं देखना पड़ता। शायद मैं यही दिन भोगने के लिए बच गया था। महेन्द्र ने अपने पैर पर कारगिल युद्ध के निशान दिखाते हुए बोला कि मैं देश के लिए दो-दो लड़़ाई लड़ी और उसे जीता परन्तु अपने बेटी से हार गया।
मुकदमें का होगा स्पीडी ट्रायल, डाक्टर से मांगा जवाब
बक्सर खबर। कुकुढ़ा हत्या कांड में पुलिस स्पीडी ट्रायल कराएगी। यह बातें एसपी उपेन्द्र नाथ वर्मा ने बतायी। सभी साक्ष्य एकत्र कर लिए गए हैं। मुख्य आरोपी भी गिरफ्तार हो गए हैं। इकसी सुनवायी जल्द पूरी करा ली जाएगी। वहीं यह भी पता चला है कि इस घटना के बाद दुष्कर्म की संभावना जता कर सनसनी फैलाने वाले डाक्टर से डीएम ने जवाब तलब किया है। आखिर किन परिस्थितियों में उन्होंने ऐसे बयान दिए। जबकि युवती का शरीर लगभग जल गया था।

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  1. कारगिल विजेता पूर्व सैनिक श्री महेंद्र गुप्ता जी के साथ हार्दिक सहानुभुति, भगवान उन्हें आत्मद्वन्द से उबरने की शक्ति दे।

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