-शरीर पर हैं चोट के निशान, सड़क किनारे चाट से मिला शव
बक्सर खबर। चौसा के किसान नेता अशोक तिवारी अब नहीं रहे। आज गुरुवार की सुबह उनका शव गांव से कुछ दूर सिकरौल मार्ग के किनारे चाट से निकाला गया। उनकी मौत कैसे हुई, इसको तरह-तरह की चर्चाएं हैं। यह दुर्घटना है या हत्या, लोग आपस में चर्चा कर रहे हैं। अशोक तिवारी की उम्र लगभग 53 वर्ष के आस-पास होगी। सूचना के अनुसार रात ग्यारह बजे तक वे अपने गांव बनारपुर के पूजा पंडाल के पास देखे गए। आज गुरुवार की सुबह चौसा-मोहनिया मार्ग से जो रास्ता सिकरौल गांव की तरफ जाता है। उसी के किनारे पानी से भरे चाट में उनका शव मिला।
सूचना गांव में आग की तरह फैली। लोग वहां जमा हो गए। फिलहाल राजपुर थाना की टीम भी मौके पर पहुंची हुई है। लेकिन, मौत का कारण क्या है? इसको लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। इस संबंध में पूछने पर पुलिस कप्तान शुभम आर्य ने कहा मौके पर एफएसएल की टीम को भेजा गया है। जिससे यह पता चल सके, मौत का कारण क्या रहा होगा। पुलिस टीम भी वहां तैनात है। शरीर पर चोट के निशान हैं। इसकी गहराई से जांच की जा रही है। अशोक तिवारी चौसा थर्मल पावर प्रोजेक्ट से जुड़े किसान आंदोलन के नेता हैं। हालांकि फिलहाल वे नए आंदोलन से अलग हो गए थे। इस मामले में परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस का कहना है, पीड़ित पक्ष की शिकायत के अनुरूप ही प्राथमिकी दर्ज होगी।