नियति यदि खराब नहीं तो होम्योपैथ शराब नहीं : विरोध में बंद रही दुकानें

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-जिले भर में लोगों ने प्रकट किया आक्रोश
बक्सर खबर। ऑर्गनाइजेशन फॉर होमियोमिशन के आह्वान पर सोमवार को जिले भर के अधिकांश होमियोपैथिक दुकानदारों ने प्रदर्शन किया। अपनी दुकानें बंद कर सबने एकजुटता का प्रदर्शन किया। साथ ही राज्य सरकार की उत्पाद नीति के कारण बदनाम किए जा रहे होमियोपैथिक चिकित्सा पर गहरी चिंता प्रकट की। सबने कहा कुछ गंदे लोगों की वजह से पुरी व्यवस्था चौपट हो रही है। सूचना के अनुसार तियरा, धनसोइं, इटाढ़ी, डुमराँव, ब्रम्हपुर इत्यादि जगहों के चिकित्सकों एवं दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर विरोध प्रकट किया।

शहर में प्रदर्शन कर रहे इस संगठन के लोगों ने कहा कि नियति यदि खराब नहीं तो होम्योपैथ शराब नहीं, विनिगर (होम्योपैथ में उपयोग किया जाने वाला अल्कोहल) इसकी संरक्षक है। यह दवा जीवन की रक्षक है। दारू बंद कर नाम करें पर होम्योपैथ को न बदनाम करें। विरोध प्रदर्शन जिलाध्यक्ष डा. चमन कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। जिसमें सदर के सभी होम्योपैथिक चिकित्सक एवं विक्रेता शामिल हूए। जिनमें डा.राजकुमार, डा॰ मनोज कुमार, डा॰ दिलिप कुमार सिन्हा, डा॰ मनोज कुमार, डा॰ विनोद कुमार, डा॰नीरज सिन्हा, डा॰ गीता कुमारी, डा॰बजरंगबली, डा॰मिथिलेश दूबे, डा॰ संतोष राय के अलावे और भी बहुत से चिकित्सक शामिल रहे।

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