बक्सर की राजनीतिक जमीन पर हर घंटे नए समीकरण बनते-बिगड़ते नजर आ रहे हैं बक्सर खबर। बक्सर विधानसभा सीट पर इस वक्त सियासी गर्मी अपने चरम पर है। नामांकन की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन अब तक न तो भाजपा और न ही कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों का नाम घोषित किया है। निर्वाचन आयोग के अनुसार नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर शाम 3 बजे तक तय है। ऐसे में राजनीतिक हलकों में सरगर्मी बढ़ गई है। बक्सर सीट पर मुकाबला इस बार भी कांग्रेस और भाजपा के बीच ही माना जा रहा है। लेकिन दोनों ही दलों में टिकट को लेकर माथापच्ची जारी है। कांग्रेस खेमे में जहां कई नामों की चर्चा है, वहीं भाजपा में भी संभावित प्रत्याशियों की सूची लंबी बताई जा रही है। राजनीतिक गलियारों से लेकर सोशल मीडिया तक हर ओर एक ही सवाल “पार्टी किसे मैदान में उतारेगी?”
इसी बीच विश्वामित्र सेवा के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे के बुधवार को अचानक दिल्ली से बक्सर पहुंचने की खबर से सियासी माहौल और गरमा गया है। जानकारी के अनुसार, उन्होंने दोपहर 2 बजे जिला कार्यालय में एक आपात बैठक बुलाई है। उन्होंने अपने सभी कार्यकर्ताओं और संगठन पदाधिकारियों को तत्काल दफ्तर पहुंचने का आह्वान किया है। अब बक्सर के मतदाता भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि आखिर कौन-सा चेहरा पार्टी का सिंबल लेकर मैदान में उतरता है। नामांकन की अंतिम तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, बक्सर की राजनीतिक जमीन पर हर घंटे नए समीकरण बनते-बिगड़ते नजर आ रहे हैं।
































































































