पुण्यतिथी पर याद किये गये दियारांचल विकास पुरूष

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बक्सर खबरः दियारांचल में विकास के जनक थे पंडित सुर्य नरायण शर्मा। उन्होंने अपना सारा जीवन समाज के विकास में लगा दिया। चाहे वो अजादी में योगदान हो या विकास के क्षेत्र में शर्मा जी का कोई शानी नही था और न है। उनका कोई विरोधी नही था। यह युक्त बाते मझवारी में स्वर्गीय शर्मा 15वीं पुण्यतिथी पर आयोजित कार्यक्रम में सिमरी मध्य के प्रत्याशि चन्द्रकांत यादव ने कही। यादव ने कहा कि शर्मा जी का सिमरी में ही नही पुरे ब्रम्हपुर विधान सभा और शाहाबाद जिले में कोई विरोधी नही था। उनके ईमानदारी पर कोई सवाल नही उठाया जा सकता है। शर्मा जी आज के दिन में युवाओं और आज के नेताओं प्रेणा के श्रोत है। उन्होनें शिक्षा, सड़क, प्रखंड कार्यलय, बिजली हा क्षेत्र में गांव- गांव तक पहुंचाया। देश और राज्य के पटल पर सिमरी को पहचान देने में अतुल्यनीय योगदान दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रमेश कुमार सिंह उर्फ राम कुमार यादव ने की। संचालक अनुप पाठक ने की इसके अलावा बच्चा लाल यादव, छोटु अजुबा, निरज जयसवाल, सत्य देव सुमन, राजु यादव, दीपक यादव, त्रिलोकी पाण्डेय, लक्ष्मण पाण्डेय, संजय पाण्डेय, दिनबंधु पाण्डेय सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।

एबीवीपी ने मनाया शर्मा जी की पुण्य तिथी
बक्सर खबरः पैतृक गांव सिमरी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओ द्वारा डी.एस.एस.वी. कॉलेज सिमरी के संस्थापक पंडित सूर्यनारायण शर्मा जी का पुण्यतिथी मनाया गया। कार्यक्रम कि अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य इन्द्रासन प्रधान ने किया। संचालन प्रखंड संयोजक सोनू दुबे ने किया। जबकि शर्मा के जीवन काल के बारे में बताते दयानिधी राय जनेन्द्र राय ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में उपस्थित प्रो सुभाष राय, शशी देव राय, अशोक कुमार सिंह, पंकज दुबे ,कमलेश सिंहा,राजनाराय राय, तारकेश्वर राय, वि. क.े सिंह एवं सैकड़ों छात्र छात्रा कार्यक्रम में उपस्थित थे।

सिमरी कालेज में विचार गोष्ठी में शामिल छात्र व शिक्षक
सिमरी कालेज में विचार गोष्ठी में शामिल छात्र व शिक्षक

जाने कौन थे शर्मा जी
बक्सर खबरः स्वर्गीय पंडित सुर्य नरायण शर्मा का जन्म सन् 1918 में सिमरी में हुआ। वह बचपन से ही समाज सेवा में रूची रखते। भारत के अजादी में क्षेत्र से अहम भूमिका निभायी। अजाद भारत के निर्विरोध मुखिया बने। उसके बाद सिमरी प्रखंड के प्रमुख बने। साल 1966 से 1973 तक ब्रम्हपुर विधान सभा के विधायक बने। सन् 1983 में डी.एस.एस.वी. कॉलेज सिमरी की स्थापना की। इसके अलावा सिमरी में सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा का सम्पूर्ण व्यवस्था कि। और विकास के सफर पर चलते हुये 3 मई 1991 को दुनियां से चल बसे। और दियारांच के विकास में स्वर्ण अध्याय के रूप में दर्ज हो गये शर्मा जी।

स्वर्गीय पंडित सुर्य नरायण शर्मा
स्वर्गीय पंडित सुर्य नरायण शर्मा

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