पाकिस्तानी जासूस का बेटा बना हिन्दुस्तानी

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बक्सर   (खबर आरा की):पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट मो एजाज उर्फ कलाम की गर्भवती पत्नी आसमां ने बुधवार की सुबह करीब चार बजे रेफरल अस्पताल, संदेश में बेटे को जन्म दिया। सरकारी अस्पताल के पूर्जा पर आसमां ने बच्चे के पिता का नाम मो कलाम ही लिखवाया है। मां के रूप में अपना नाम भी दिया है। अस्पताल से उसे विधिवत छूट्‌टी दी गयी है। जच्चा व बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। इस बीच, गर्भवती आसमां द्वारा बच्चे को जन्म दिये जाने की सूचना मिलने के बाद बुधवार की सुबह संबंधित थाना की पुलिस अजीमबाद गांव स्थित मो शमशेर के घर एहतियात के तौर पर दस्तक दी। पूछताछ कर मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी ली। गौरतलब हैं कि पाकिस्तानी जासूस मो एजाज उर्फ कलाम को एसटीएफ ने 27 नवम्बर 2015 को उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के सदर बाजार से गिरफ्तार किया था। उस दौरान उसकी पत्नी आसमां आठ माह की गर्भवती थी। एजाज के पकड़े जाने के बाद आसमां के पिता शमेशर व मां जहांआरा 3 दिसम्बर 2015  को उत्तर प्रदेश के बरेली में रह रही अपनी गर्भवती बेटी को लेकर वहां से सीधे मायके अजिमाबाद चली आई थी। उत्तर प्रदेश में मेडिकल चेकअप के दौरान 12 जनवरी को ही प्रसव होने समय संभावित था। इसलिए बच्चे के जन्म को लेकर कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे।
गणतंत्र दिवस की रात बारह बजे अस्पताल में हुई थी दाखिल
अजिमाबाद में अपने पिता-मां समेत भाइयों के साथ रह रही गर्भवती आसमां के पेट में मंगलवार की रात करीब बारह बजे (गणतंत्र दिवस के दिन) अचानक तेज दर्द की शिकायत हुयी। जिसके बाद भाड़े पर चारपहिया वाहन कर आसमां को संदेश रेफरल अस्पताल लाया गया। गांव की आशा कार्यकर्ता उर्मिला देवी भी साथ थी। जहां पर बुधवार की सुबह ठीक चार बजे सामान्य तरीके से उसका प्रसव हुआ। उसने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। इसके बाद सरकारी अस्पताल में ही उसे टीका भी दिलवाया गया। मातृ एवं बाल सुरक्षा कार्ड भी बनवाये। जिस पर नवजात बच्चे का नाम चुन्नू, मां का नाम आसमां और पिता का मो कलाम लिखा गया है।
इधर, बोली आसमां- बच्चे की जिंदगी के लिए बाप का नाम देना जरूरी 
इधर, बुधवार को आसमां ने कहा कि बेटे को जन्म दिया हैं तो उसकी जिंदगी के लिए पिता का भी नाम देना जरूरी है। इसलिए उसने सरकारी अस्पताल के कागज पर भी उसका नाम दिया है। उसने कहा कि जेल में बंद अपने पति से न तो वह मिलेगी और न ही भविष्य में उससे कोई रिश्ता ही रखेगी। अगर एजाज को कानून फांसी की भी सजा देगी तो उसे कोई एतराज नहीं होगा। क्योंकि, उसने मेरे देश से गददारी करने का काम किया हैं। इसके लिए कभी भी माफ नहीं करूंगी। आसमां के अनुसार वह बच्चे को पढ़ा-लिखाकर अच्छा नागरिक बनाने का प्रयास करेगी। आपको बताते चलें कि पाकिस्तान के इरफानाबाद निवासी मो एजाज उर्फ कलाम ने झांसा देकर भोजपुर जिले के अजिमाबाद निवासी मो शमशेर की पुत्री आसमां से अक्टूबर 2014 में शादी की थी। शादी के डेढ़-दो माह बाद तक वह यहां ठहरा था। सहार थाना के नाढ़ी निवासी बाबर ने यह कहकर शादी करायी थी कि एजाज कोलकाता का रहने वाला है। बाद में मो एजाज आसमां को लेकर यहां से उत्तर प्रदेश के बरेली शहर चला गया था। जहां पर वह किराए के मकान में सपरिवार रहता था।
पति की गिरफ्तारी के बाद बोली थी, कोख में पल रही देशद्रोही की निशानी मुझे नहीं चाहिए 
पाक जासूज मोहम्मद एजाज की गिरफ्तारी के बाद आसमां ने बोला था कि वह अपने कोख में पल रही देशद्रोही की निशानी को नहीं चाहती है। उसे अपना नाम नहीं दूंगी। मैं उस बच्चे को जन्म दूंगी। उसके बाद उससे ताउम्र के लिए मुंह फेर लूंगी। क्योंकि, उसके रग में गद्दार का खून दौड़ रहा होगा। उसके पिता मो शमशेर ने भी उस दौरान कहा था कि मैं अपनी बेटी की नई जिंदगी की शुरूआत करना चाहता हूं। एक ऐसी जगह। जहां न तो एजाज होगा और न वो बच्चा। जो हमेशा उस गद्दार की याद दिलाए।

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