अपने ही झंडे के नीचे मानवता हो रही शर्मशार

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बक्सर खबर : शीर्षक देखकर खबर पढऩे वाले लोग यह जान लें। 8 मई को मदर्स डे के रुप में मनाया जाता है। यह तिथि रेडक्रास दिवस के नाम से भी विश्व विख्यात है। नगर के पुराना बस स्टैंड में अपने यहां भी रेडक्रास भवन है। रविवार को यहां झंडा फहरा स्थापना दिवस मनाया गया। लोग जमा हुए, फोटो हुआ। मीडिया को भी बुलाया गया। वहां जाने पर शहर के एक सामाजिक चिंतक सिद्धेश्वरा नंद बक्सरी से मुलाकात हो गयी। उन्होंने छूटते ही कहा पत्रकार महोदय। मानवता के झंडे के नीचे ही ममता का गला घुट रहा है। इस भवन में कभी महिला धर्मशाला हुआ करती थी। जिला मुख्यालय तक आने वाली महिलाएं जरुरत पडऩे पर वहीं रुकती थींं।  यह सोचकर विधायक मंजु प्रकाश ने इसका उदघाटन कराया था। आज यहां रेडक्रास भवन चलता है। महिलाओं का आसरा छिन गया। इसका उतना दुख नहीं। जितना यहां रेडक्रास भवन और उसकी दुर्दशा देखकर होता है। आज मदर्स डे है। मां को प्यार व सम्मान देने का दिन। आज के दिन यह बात सबको चुभ रही होगी। मां की छाती पर रेडक्रास सोसाइटी चल रही है। चले अच्छी बात है, पर क्या इसमें ताला लटकना चाहिए। क्योंकि संस्था भी मानवता की रक्षा व लोगों के मदद के लिए स्थापित की गयी है।

सिद़धेश्वरा नंद बक्सरी
सिद़धेश्वरा नंद बक्सरी

 

 

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