सनातन संस्कृति समागम स्थल को माता अहिल्या धाम से जाना जाएगा

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– 9 दिनों तक परम पूज्य श्री जियर स्वामी जी महाराज की रहेगी पावन उपस्थिति
बक्सर खबर। अहिरौली में आयोजित होने वाले सनातन संस्कृति समागम स्थल को माता अहिल्या धाम के नाम से जाना जाएगा। 7 से 15 नवम्बर तक कार्यक्रम के मार्गदर्शन व आशीर्वाद देने के लिए परम पूज्य श्री जीयर स्वामी जी महाराज की पावन उपस्थिति होगी। बक्सर अहिरौली में उनके प्रवास से लाखों भक्त एवं श्रद्धालु पूज्य स्वामी जी महाराज के दर्शन का लाभ प्राप्त करेंगे। भगवान श्रीराम की प्रथम कर्मभूमि पर 7 से 15 नवम्बर तक श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ, विश्व सनातन संस्कृति समागम…राम राज्य की ओर, अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन एवं वामनेश्वर श्री राम कर्मक्षेत्र महाकुंभ का आयोजन हो रहा है।

स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने पूज्य जीयर स्वामी जी महाराज से वृंदावन जाने के क्रम में नोएडा में मुलाकात कर उक्त कार्यक्रम के संबंध में तैयारियों से अवगत कराया। सिद्धाश्रम में होने वाला कार्यक्रम पांच आयामों में संपन्न होगा। इसके तहत यज्ञ संस्कृति की आदि भूमि सिद्धाश्रम बक्सर में श्री लक्ष्मीनारायण वैदिक महायज्ञ, श्री रामकथा ज्ञान यज्ञ, श्री भागवत कथा ज्ञान यज्ञ, पुरुषार्थ चतुष्टय श्रीराम प्रज्ञा ज्ञान यज्ञ, संत सम्मेलन एवं श्री राम लोकमंथन ज्ञानोत्सव का आयोजन किया गया है। यह विराट आयोजन सिद्धाश्रम बक्सर की महता को केंद्र में रखते हुए भगवान श्री राम की मर्यादा को प्रत्येक भारतीयों के मनमंदिर व व्यवहार में स्थापित करने के अभियान का शुभारंभ है।

कार्यक्रम को लेकर पूरे शाहाबाद में उत्साह का माहौल है। केंद्रीय मंत्री चौबे ने बक्सर दौरे के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सोमवार की देर शाम बैठक कर सभी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की। समागम में बड़ी संख्या में देश के विभिन्न स्थानों से मठ मंदिरों के संत महात्माओं का आगमन होगा। विभिन्न प्रदेशों के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री भी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। कार्यक्रम में सुरक्षा, स्वास्थ्य व अन्य प्रशासनिक व्यवस्था पर चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री चौबे ने विभिन्न गांव में भ्रमण कर समागम में आने का न्योता ग्रामीणों को दिया।

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