घायल को पुलिस लेकर पहुंची अस्पताल, डॉक्टर का पता नहीं

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-सिस्टम की बदहाली के सामने डीएम का निर्देश भी ताक पर
बक्सर खबर। अनुमंडल अस्पताल की व्यवस्था को सुधारने में डीएम की कोशिश भी नाकाफी साबित हो रही हैं। रविवार को पूरे दिन अनुमंडल अस्पताल डॉक्टर विहीन रहा। इमरजेंसी सेवा भी लगभग बंद रही। इस दौरान इलाज के लिए आए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। दोपहर में उस समय अजीबोगरीब स्थिति आ गई जब सड़क दुर्घटना में घायल जख्मी मुन्ना कुमार पिता अवध बिहारी ग्राम नोनहर प्रखंड सूर्यपुरा बिक्रमगंज रोहतास को लेकर एंबुलेंस सेवा 112 की टीम अनुमंडल अस्पताल पहुंची। उस वक्त अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। जख्मी मरीज की स्थिति तथा अस्पताल की बदहाल व्यवस्था देख एंबुलेंस सेवा की टीम भी सकते में आ गई।

इलाज करने वाले के नाम पर मुन्ना यादव मौजूद थे। इसकी शिकायत अस्पताल में मौजूद लोगों ने मीडिया को दी। शिकायत को आधार मान जब मीडिया की टीम वहां पहुंची तो सच सामने आ गया। जो टीम घायल को लेकर अस्पताल गई थी। वहीं उन्हें लेकर, वापस जा रही थी। हालांकि पिछले दिनों डीएम अमन समीर ने अस्पताल की बदहाल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए डीएस डॉ. गिरीश सिंह को हटाकर डॉ. वीरेंद्र राम को प्रभार देने का निर्देश दिया था। लेकिन, उसके बाद से ही डॉक्टर वीरेंद्र राम स्वयं को बीमार बता बड़ी आराम से अपना निजी क्लीनिक आरा में चला रहे हैं। दूसरी तरफ किसी के प्रभार नहीं लेने को कारण बता डॉ. गिरीश सिंह मजे ले रहे हैं। हालांकि यह पहला मौका नहीं है, जब अनुमंडल अस्पताल के डॉक्टरों की हरकत ने मरीजों को परेशान होना पड़ा है। यह रोजमर्रा की शिकायत है।

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