‌‌‌विसर्जन को लेकर जनता में आक्रोश, सिपाही का सर फूटा

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बक्सर खबर। विजया दशमी उत्सव समाप्त होने के बाद आज बुधवार को प्रतिमाओं का विसर्जन होना था। शहर के जिस तालाब में प्रतिमाओं का विसर्जन होना था। वह लोगों को रास नहीं आ रहा था। नतीजा दिन निकलने के साथ पूजा समितियों के सदस्य नगर थाने पर आ धमके। पुलिस ने अपना पल्ला झाड़ा और एसडीओ से मिलने की बात कही। वहां जमा हुए लोग आक्रोशित थे। सदर एसडीओ केके उपाध्याय ने लोगों को समझाया। कुछ अन्य विकल्पों पर चर्चा हुई। विसर्जन का क्रम शुरू हुआ। लेकिन, शाम होते-हाते क्षड़प हो ही गई।

रामरेखा घाट के पास एक पूजा समिति के सदस्य पहुंचे और प्रतिमा का विजर्सन कर दिया। मौके पर मौजूद पुलिस ने उन्हें रोका तो विवाद हो गया। पुलिस ने भी लाठी भांजी। पूजा समिति के कुछ सदस्यों को चोट आई तो उन लोगों ने भी पत्थर मारे। इस दौरान हवलदार रामजी यादव के सर में चोट आई। सूचना मिलते ही रामरेखा घाट पर सदर एसडीओ केके उपाध्याय समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी पहुंचे। तब तक मामला शांत हो चुका था। सभी लोग वहां से जा चुके थे। कुछ पूजा समितियों ने कवलदह , गौरीशंकर तालाब में प्रतिमाओं का विसर्जन किया। कुछ डुमरांव अनुमंडल की सीमा पर बने भैंसहा नदी के पुल पर पहुंचे। वहां विसर्जन किया गया।

विसर्जन के लिए जाती प्रतिमा

लेकिन, इस दौरान पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौती पूर्ण माहौल रहा। बहुत ही पूजा समितियों ने देर शाम तक पंडाल से प्रतिमाओं को उठाया ही नहीं। वे यह बात पचा ही नहीं पा रहे थे कि विसर्जन तालाब में करना होगा। दोनों तरफ आस्था टकरा रही थी। एक तरफ मां गंगा दूसरी तरफ मां दुर्गा। फिर अंधेरा होता गया और लोग अपनी समझबूझ के आधार पर विसर्जन करते गए। जिसने साहस दिखाया वह प्रतिमा लेकर गंगा तक पहुंचा। वहीं ग्रामीण स्तर पर लोगों ने प्रशासनिक आदेश का अनुपाल करते हुए तालाबों में प्रतिमाओं का विसर्जन किया। इस तरह जिला मुख्यालय को छोड़ अन्य कहीं से भी अप्रिय समाचार प्राप्त नहीं हुआ।

मौके पर मौजूद प्रशासनिक पदाधिकारी

महिलाओं ने कर दी पुलिस की पिटाई
बक्सर खबर। गंगा में प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं हो। इसके लिए प्रशासन ने अपने स्तर से इंतजाम किया था। रामरेखा घाट और गंगा सेतु पर सुरक्षा लगाई गयी थी। लेकिन अन्य गंगा घाटों से प्रतिमा विसर्जन का कार्य चला। शाम में रामरेखा घाट पर जो विवाद हुआ। वह तो और भी चौकांने वाला था। सूत्रों ने बताया प्रतिमा को लेकर वहां तक जाने वालों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे। जब विवाद हुआ तो पुलिस वाले महिलाओं के सामने मजबूर हो गए थे। सर तो एक का ही फटा। लेकिन, वहां जितने तैनात थें सबको फजिहत झेलनी पड़ी।
लोगों ने कहा बंद करो नाला और कूड़ा डालना
बक्सर खबर। प्रतिमा विसर्जन के दौरान जो लोग सड़क पर निकले। उनके अंदर काफी गुस्सा था। उनका सवाल था। यहां का प्रशासन नगर परिषद के खिलाफ कितना जुर्माना लगाएगा। जो रोज कूड़ा नहर में डालता है। एसडीओ अब तक कहां थे। जिनके आवास के सामने सीधे गंगा में कूड़ा डाला जा रहा था। यहां के अन्य पदाधिकारियों पर एनजीटी कितना जुर्माना लगाएगा। अगर यह सब बंद नहीं होगा तो क्या प्रतिमा विसर्जन नहीं करने से गंगा स्वच्छ हो जाएंगी। लोगों का यह गुस्सा बता रहा था आमजन में इसको लेकर गहरा आक्रोश है।

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