-10 हजार करोड़ की लागत से जिले के चौसा में खड़ा हुआ एसटीपीएल का प्रोजेक्ट
बक्सर खबर । बक्सर थर्मल पावर प्रोजेक्ट अब अंतिम चरण में है। 2025 में इससे बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने बुधवार को इसका अवलोकन किया। साथ ही 630 मेगावाट की पहली भट्टी का शुभारंभ भी किया। उन्होंने उत्पादन प्रक्रिया के लिए लगाए गए उपकरण को चालू किया। इसके उपरांत गांधी जयंती पर थर्मल की चिमनी से पहली बार धुआं बाहर आया।
फिलहाल इस तरह के दो बॉयलर यहां लगाए जा रहे हैं। दूसरे का काम तेजी से चल रहा है। फिलहाल यहां से 1300 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य है। थर्मल तक कोयला पहुंचाने वाले वैकल्पिक मार्ग का भी मुख्य सचिव ने जायजा लिया। यहां रेल मार्ग से कोयले की आपूर्ति निर्धारित है। लेकिन, भूमि अधिग्रहण और विरोध के कारण वह बाधित है। इसके अलावा मुख्य सचिव ने बक्सर और बलिया की सीमा पर बनने वाले तीन लेन के पुल का स्थल निरीक्षण किया।
जहां एनएच आई का सर्वेझण चल रहा है। इस पुल के माध्यम से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे जुड़ने वाला है। यह पुल गंगा पर प्रस्तावित है। निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव के साथ जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल, एसपी शुभम आर्य व अन्य पदाधिकारी साथ रहे। निरीक्षण के अलावे जिले में चल रही विकास योजनाओं का जायजा लेने के लिए उन्होंने जिला अतिगृह में प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ बैठक की।