– सीओ के पत्र से प्रशासन भी कठघरे में, थानाध्यक्ष को भी लेकर उठ रहे सवाल
– अवैध कब्जे के खिलाफ 2021 से घूम रहा आवेदन
बक्सर खबर। राजपुर थाना के अहियापुर गांव में शनिवार को तीन लोगों की हत्या कर दी गई। सुनील सिंह, विनोद सिंह व विरेन्द्र सिंह। हालांकि पांच को मारी गई थी। संयोग है, अभी दो जिंदा है। जिले को झकझोर देने वाली इस घटना की जांच के लिए मौके पर डीआईजी शाहाबाद सत्यप्रकाश भी पहुंचे। और उनके सामने जब अपने पिता को खोने वाली बेटियों ने हाथ जोड़कर रोना शुरू किया तो आस-पास खड़े लोगों की आंखे भी भर आईं। यह तस्वीर प्रशासन को कठघरे में खड़ा करती है। क्योंकि अभी तक स्थानीय पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे थे।
लेकिन, घटना के बाद रविवार को राजपुर सीओ का एक पत्र मीडिया में सामने आया। जिसे देखकर ऐसा लगता है। प्रशासन पीड़ित पक्ष को ही घेरने में जुटा है। क्योंकि सीओ राजपुर ने अहियापुर में नहर किनारे सिंचाई विभाग की जमीन कब्जा कर बालू-गिट्टी की दुकान खोलने वाले के खिलाफ कर्मचारी से जवाब मांगा है। जबकि यह स्पष्ट हो चुका है। नहर मार्ग के किनारे मृतक सुनील सिंह की दुकान थी। जहां भवन निर्माण की सामग्री बेची जा रही है। हालांकि पत्र में सीओ ने कर्मचारी को धमकाया है। लेकिन, सच यह है कि जिले में नहर की बात कौन करे, मुख्य पथों के किनारे भी लोगों ने पथ निर्माण विभाग की भूमि (सड़क किनारे की चाट) का अतिक्रमण कर ऐसी न जाने कितनी दुकानें खोली हैं। कहीं-कहीं तो इसकी वजह से रोज जाम लगता है। लेकिन, कोई भी सीओ इस तरह का खुला पत्र जारी नहीं करता।

सीओ का प्रत्र जारी होते ही मीडिया में एक और बात सामने आई। वर्ष 2021 से ही इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी मनोज सिंह व संतोष सिंह के खिलाफ जिलाधिकारी के कार्यालय में आवेदन पड़ा था। जिसमें सरकारी भूमि का अतिक्रमण करने, सामुदायिक भवन व किसान भवन पर कब्जा करने की बात कही गई थी। लेकिन, प्रशासन की कार्रवाई शून्य रही। शनिवार को मौके पर पहुंचे डीआइजी के सामने भी थानाध्यक्ष की भूमिका को लेकर सवाल उठा था। तब उन्होंने जांच और कार्रवाई की बात कहीं थी। डीएम से भी पत्रकारों ने सवाल किया। उन्होंने कहा, जल्द ही कार्रवाई होगी। कोई बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन, इन सबके इत्तर शनिवार को ही एक ऐसा पत्र अंचल कार्यालय ने जारी किया है। जो इस बात को बल दे रहा है। प्रशासन दोषियों को बचाने की भूमिका में नजर आ रहा है। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी इस मामले में आगे क्या करते हैं। यह आने वाला समय बताएगा।