बक्सर खबर: इस बार चैत नवरात्र 18 मार्च से शुरू हो रहा है। इसी दिन से हिंदू नव वर्ष भी शुरू हो जाएगा। इस बार नवरात्र 8 दिनों का होगा। रविवार को शुरू होने के कारण इस बार चैत नवरात्र की शुरुआत में सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। कन्या लग्न में नवरात्र और वर्ष शुरू होना मंगलकारी माना जा रहा है।
कब करें कलश स्थापना: चैत्र प्रतिपदा (18 मार्च) को ही कलश की स्थापना होगी। पंडित नरोत्तम द्विवेदी ने बताया कि प्रतिपदा तिथि सूर्योदय से शाम 6:08 बजे तक है। इस अवधि में कभी भी कलश स्थापना की जा सकती है। उन्होंने आगे बताया कि कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 18 मार्च की सुबह 6:31 बजे से लेकर 7:46 बजे तक है।

व्रत करने वाले भूलकर भी न करें ये काम
– नवरात्र में मांसाहार पूर्णत: वर्जित है।
– लहसुन और प्याज जैसी तामसी चीजें भी नहीं खानी चाहिए।
– व्रत रखने वालों को न बाल कटवाने चाहिए न दाढ़ी बनवानी चाहिए।
-नवरात्र की अवधि में नींबू काटना अशुभ माना गया है।
– नवरात्र के दौरान दोपहर की अवधि में नहीं सोना चाहिए।
-यदि अखंड ज्योति जला रहे हैं तो घर खाली कभी नहीं छोडऩा चाहिए।
-संभोग के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। नवरात्र में ब्रह्मचर्य का पालन नितांत आवश्यक है।
– शयन के लिए शुद्ध् आसन होना चाहिए।

































































































