तुलसी आश्रम में पौधारोपण, पेड़ों को राखी बांध कर लिया रक्षा का संकल्प बक्सर खबर। सावन पूर्णिमा एवं रक्षाबंधन के पावन अवसर पर ब्रह्मपुर प्रखंड के रघुनाथपुर स्थित प्राचीन राम-जानकी मंदिर प्रांगण, तुलसी आश्रम में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि दक्षिण बिहार एवं तुलसी विचार मंच की ओर से “वृक्षबंधन” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आश्रम परिसर में लगे कदम, आम, पाकड़ आदि वृक्षों पर राखी बांधकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया गया, साथ ही पौधारोपण कर हरियाली बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाया गया।
कार्यक्रम के तहत आयोजित विचार गोष्ठी में पर्यावरण प्रदूषण, घटते जंगल, बढ़ते तापमान और जलवायु परिवर्तन पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई। वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए केवल पौधारोपण ही नहीं, बल्कि उनकी देखरेख और सुरक्षा भी जरूरी है। तुलसी विचार मंच के संयोजक शैलेश कुमार ओझा ने कहा कि पेड़-पौधे धरती पर भगवान शिव के समान हैं। जिस तरह शिव ने हलाहल विष पीकर सृष्टि की रक्षा की, वैसे ही पेड़ प्रदूषण रूपी विष सोखकर हमें ऑक्सीजन देते हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम प्रकृति से प्यार करें और उसकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहें।

दक्षिण बिहार पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के सह प्रमुख नित्यानंद ओझा ने कहा कि मानव हर साल लगभग 10 करोड़ पेड़ लगाते हैं, लेकिन 20 करोड़ पेड़ काट भी लेते हैं। यही कारण है कि जल, जंगल, जमीन, जन और जानवर के साथ वायु भी संकट में है। दोषी प्रकृति नहीं, बल्कि मानव की लालच है। पंडित राजू मिश्रा ने कहा, “जब हम प्रकृति को माता मानकर पूजेंगे, तभी पर्यावरण संतुलन की दिशा में ठोस बदलाव आ सकेगा।” कार्यक्रम में नित्यानंद ओझा, शैलेश ओझा, पंडित राजू मिश्रा, अजीत कुमार, संतोष साह, दशरथ साह, ललन माली समेत कई लोगों ने भाग लिया और पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार रखे।