पटना विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने दिया गोल्ड मेडल
बक्सर खबर। परिंदो को तालीम नहीं दी जाती है उड़ानों की, वे खुद ही छू लेते है बुलंदिया आसमानों की…. यह उक्ति डुमरी के मनीष कुमार पर सटीक बैठती है। सिमरी अंचल के डुमरी गांव से माध्यमिक स्तर तक की पढ़ाई करने वाले मनीष ने पटना विश्वविद्यालय से पीजी की परीक्षा में अपने विभाग में सर्वोच्च अंक ला गोल्ड मेडल हासिल किया है। इस साल के दीक्षांत समारोह में कुल 39 टापरों में शामिल मनीष को पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल पटना में आयोजित दीक्षांत समारोह में अपने हाथों गोल्ड मेडल दिया। इस उपलब्धि पर उसके परिवार सहित पूरे गांव में खुशी की लहर है।
मनीष वैज्ञानिक बन देश की सेवा करना चाहता है। गोल्ड मेडल मिलने से उसके पिता अशोक कुमार, माता अनिता देवी सहित पूरा परिवार प्रसन्न है। पिता अशोक ने बताया कि उसकी प्रारंभिक पढ़ाई डुमरी गांव से ही शुरू हुई थी। यहां से मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद मनीष आगे की पढ़ाई के लिए पटना चला गया। पटना बीएन कालेज से आईएससी करने के बाद मनीष ने आईआईटी की परीक्षा दी। लेकिन सफलता नहीं मिलने के बाद वह निराश नहीं हुआ। बल्कि प्रतिष्ठित साइंस कालेज से उसने बीएससी किया तथा फिर पटना विश्वविद्यालय से एमएसी की परीक्षा में भौतिक विभाग में सबसे अधिक अंक लाने वाला छात्र बना। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति लालजी टंडन ने किया। मनीष की सफलता से पूरा गांव आह्लादित है।





























































































