मैडमवा सब टॉप पर है, वीडियो भी बना रही है और दाम भी
बक्सर खबर (माउथ मीडिया) । बतकुच्चन गुरु मिले तो एक दम से हांफ रहे थे। लग रहा था गुस्सा सांड की तरह सामने वालों को रौद देंगे। मैं उनको टोकने का साहस नहीं कर पा रहा था। चुपचाप दूरी बनाकर खड़ा हो गया। इतने में उनकी नजर हम पर पड़ी। देखते ही एक दम से फट पड़े। का कर रहे हो गुरू, चारो तरफ लूट मचा है। कवनो बोलता काहे नहीं है। सब चोर-चोर मौसेरे भाई हैं। मीडिया वालों को हम का कहे। यहां विपक्ष वाला चार-चार गो नेता है। कवनों जनता के हक के लिए सड़क पर नहीं उतरा।
समाज सेवा वालों की बात ही निराली है। ससुरा सब नाटक कर रहे हैं। चुल्लू भर पानी में डूब जाओ सब के सब। और गुरु तुम से यह उम्मीद नहीं थी। लिखते पढ़ते हो की छोड़ दिए। इतना सुनने के बाद मेरा साहस कुछ बढ़ा। मैंने कहा हां गुरू लिखते हैं, क्या हुआ। मेरी बात सुन बतकुच्चन गुरू थोड़ी देर के लिए रुके। सांस ली और उपर आसमान की तरफ देखने लगे। फिर बोल पडे, बड़ा अनर्थ हो रहा है गुरू। किसानों के साथ अत्याचार हो रहा है। लंबी-लंबी हांकने वाला अफसर सब औकात में आ गवा है। कवनो मिला कछु कर नहीं रहा।
हम उ सब के का कहें। मेहरी सब ममता की मुरत कहलाती है। कुर्सी मिलते ही सब बौरा गई है। यहां तीन-चार विभगवा में सब काम करती है। लेकिन, गुरु भरोसा तोड़ के दाम बना रही है। जांच के लिए जाती है तो जवन लेनदेन करता है। ओके छोड़ देती है। जवन नहीं देता ओकर से जवाब-तलब करती है। एगो विभाग में अइसन बैठी है जौन 25-30 के नीचे पर बाते नहीं करती है। तू लोग कुछ करो गुरू। उपर वाला जब जवाब मांगेगा तो का कहोगे। यह कहते हुए वे आगे निकल गए। मैं अपने आप को ठगा महसूस कर रहा था। वे किन महिलाओं की बात कर रहे थे। मैं यह तो नहीं समझ पाया। लेकिन, भ्रष्टाचार अगर इसी तरह बढ़ता रहा। तो कलम वाले किसी को कुछ जवाब नहीं दे पाएंगे। (माउथ मीडिया बक्सर खबर का साप्ताहिक व्यंग कालम है। जो शुक्रवार को प्रकाशित होता है।)




































































































