-अवसर को भुनाने में जुटे हैं कुछ बयान वीर नेता
बक्सर खबर। शहीद सुनील सिंक का शव जब रविवार को उनके पैतृक गांव पहुंचा तो हजारों की संख्या में लोग मां भारती के लाल को श्रद्धांजलि अर्पित करने उनके गांव गए। कुछ ने नारे लगाकर, कुछ ने कारवां में शामिल होकर। वीर जवान और उसके परिवार के साथ अपनी संवेदना प्रकट की। शनिवार को जब उनका शव उधमपुर से पटना हवाई अड्डा आया तो स्वयं राज्यपाल, उप मुख्यमंत्री आदि ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। चौसा के रानी घाट पर अंतिम संस्कार से पहले डीएम विद्यानंद सिंह व एसपी शुभम आर्य भी पहुंचे। लेकिन, इन सबके मध्य दो लोगों के नाम की चर्चा आम है।
बक्सर के लोक सभा सांसद व सदर विधायक। यह दोनों धरती के लाल श्रद्धांजलि देने वालों की कतार में नहीं थे। हालांकि मातमपुर्सी का दौर अभी भी चल रहा है। कई पहुंच चुके हैं, और कई पहुंचते रहेंगे। लेकिन, इन दो की आलोचना भी चर्चा का विषय बनी हुई है। वहीं दूसरी तरफ अवसर का लाभ उठाने वाले नेताओं की कमी भी नहीं है। कुछ बयानवीर मीडिया के कंधे पर बंदूक रख अपनी वाली कर रहे हैं। इन सबसे अलग परिजन किसी से कोई गीला नहीं कर रहे। उनका कहना है, हमें सुनील की शहादत पर गर्व है। उनके नाम से यहां गेट बने और चौसा युद्ध के मैदान में उनकी प्रतिमा लगे।