21 महीने बाद विश्वामित्र सेना की बड़ी जीत, शेष मांगों के लिए जारी रहेगा संघर्ष बक्सर खबर। जिले के गोकुल जलाशय को आखिरकार अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल गई है। लंबे संघर्ष और आवाज उठाने के बाद इसे रामसर साइट घोषित किया गया है। यह उपलब्धि न सिर्फ बक्सर, बल्कि पूरे बिहार के लिए गर्व का पल है। विश्वामित्र सेना के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने रविवार को ईस्टर्न ग्रेस होटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह जीत जनता और संगठन के संघर्ष की देन है। उन्होंने याद दिलाया कि 22 जनवरी 2024 को पहली बार यह मांग सरकार तक पहुंचाई गई थी, और अब जाकर इसका परिणाम सामने आया है।
इस फैसले पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा शाबाश बिहार गोकुल जलाशय अब रामसर साइट बना — wetlands संरक्षण में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि। राजकुमार चौबे ने कहा कि गोकुल जलाशय को रामसर साइट घोषित होना केवल बक्सर ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार की जीत है। यह हमारे संघर्ष और जनता के आशीर्वाद की विजय है। इसके लिए हम प्रधानमंत्री के आभारी हैं। उन्होंने साफ किया कि यह जीत तो ऐतिहासिक है, लेकिन अभी कई मांगें अधूरी हैं। विश्वामित्र सेना अपनी बाकी मांगों को लेकर संघर्ष जारी रखेगी।