—-अब मैन्युअल नहीं, ऑटोमैटिक सिस्टम का होगा उपयोग बक्सर खबर। जिला व्यवहार न्यायालय परिसर में बुधवार को अधिवक्ताओं के लिए ई-फाइलिंग पर एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण विधिक सेवा प्राधिकरण भवन में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश हर्षित सिंह के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण सत्र का नेतृत्व मुंसिफ द्वितीय नेहा त्रिपाठी ने किया। उन्होंने बताया कि इस ट्रेनिंग का मकसद अधिवक्ताओं को डिजिटल माध्यमों के इस्तेमाल के लिए जागरूक और सक्षम बनाना है। अधिवक्ताओं को बताया गया कि कैसे जरूरी दस्तावेजों को स्कैन कर पोर्टल पर अपलोड किया जाए और ऑनलाइन वाद दायर किया जा सके।
नेहा त्रिपाठी ने कहा कि कोर्ट की कार्यप्रणाली अब पेपरलेस और ऑटोमैटिक सिस्टम की ओर बढ़ रही है। ई-फाइलिंग के जरिए वादी भी खुद अपना वाद दायर कर सकते हैं। इससे न्याय प्रक्रिया और भी पारदर्शी और तेज होगी। प्रशिक्षण के दौरान तकनीकी सहायकों ने अधिवक्ताओं और क्लर्कों को ई-फाइलिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी। इस दौरान सिस्टम ऑफिसर विजय सिंह और सौरभ राय ने भी ई-फाइलिंग प्रक्रिया, जरूरी दस्तावेजों की स्कैनिंग और अपलोडिंग जैसे पहलुओं पर विस्तार से समझाया।