120 घंटे की इंटर्नशिप अनिवार्य, तीन महाविद्यालयों के बीच में एमओयू हस्ताक्षर बक्सर खबर। महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय में शनिवार को स्नातक पंचम सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का संचालन महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो. कृष्णा कान्त सिंह के कुशल मार्गदर्शन में हुआ। कार्यशाला के दौरान महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय, प्रणव चटर्जी महाविद्यालय और केदारनाथ सिंह महाविद्यालय के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इसके तहत एमवी कॉलेज के पंचम सेमेस्टर के सभी विद्यार्थियों को कुल 120 घंटे का इंटर्नशिप इन महाविद्यालयों में करना होगा। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए प्रो. कृष्णा कान्त सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति के अनुरूप इंटर्नशिप कार्यक्रम छात्रों को न सिर्फ व्यावहारिक अनुभव देता है, बल्कि उन्हें रोजगारपरक दक्षताओं, शोध-अभिरुचि और सामाजिक उत्तरदायित्व से भी जोड़ता है।
उन्होंने छात्रों को अनुभव आधारित शिक्षण, सामुदायिक सहभागिता और रिपोर्ट लेखन को गंभीरता से लेने की सलाह दी। इस मौके पर प्रणव चटर्जी महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो. महेशदत्त सिंह और केदारनाथ सिंह महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. विमलेश कुमार ने छात्रों को इंटर्नशिप की रूपरेखा, कार्य पद्धति, मूल्यांकन प्रक्रिया और संस्थागत सहयोग से अवगत कराया। कार्यक्रम में इंटर्नशिप नोडल पदाधिकारी सह स्नातक विज्ञान संकाय के संयोजक डॉ. राकेश तिवारी, स्नातक कला खंड के संयोजक डॉ. सुजित कुमार यादव तथा समिति सदस्य डॉ. स्वेत प्रकाश, डॉ. दीपक कुमार शर्मा, डॉ. नवीन शंकर पाठक, डॉ. शशिकला और डॉ. प्रिय रंजन उपस्थित रहे।