मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिए जरूरी तैयारियां 31 मई तक पूरी करने के निर्देश बक्सर खबर। बिहार सरकार संभावित बाढ़ और सुखाड़ को लेकर पूरी तरह सतर्क हो गई है। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिवालय स्थित सभा कक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें बक्सर के जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि “राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है।” सरकार किसी भी आपदा की स्थिति में प्रभावितों को हरसंभव मदद पहुंचाएगी। सभी संबंधित विभागों और अधिकारियों को सतर्क और तैयार रहने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बाढ़ और सुखाड़ से निपटने की सभी तैयारियां 31 मई तक हर हाल में पूरी कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि मौसम में बदलाव के संकेत साफ हैं, इसलिए हर स्थिति पर नजर रखनी जरूरी है।
बिहार मौसम सेवा केंद्र के अनुसार इस साल राज्य में सामान्य वर्षा की संभावना है। हालांकि, सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती और हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहती है। बाढ़ प्रबंधन को लेकर बाढ़ एसओपी 2023 का अद्यतन किया जाएगा। डीएसएस को जोड़ा जाएगा। जीआर राशि को 6000 से बढ़ाकर 7000 रुपये किया गया है। 31 मई तक राहत सामग्री की दर निर्धारण और निविदा प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश।पॉलीथीन शीट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।नावों के लिए एकरारनामा, पुराने भाड़े का भुगतान और नाविकों की मजदूरी चुकता की जाएगी। राहत शिविर और सामुदायिक रसोई स्थलों की जियो टैगिंग कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने बाढ़ के साथ-साथ संभावित सुखाड़ को लेकर भी संबंधित विभागों को तैयार रहने का निर्देश दिया। फसलों को नुकसान से बचाने और ग्रामीण इलाकों में पानी की व्यवस्था जैसे मसलों पर पहले से ही योजना बनाकर कार्रवाई करने को कहा गया है।