पुरानी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ फूटा गुस्सा, 20 को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का अह्वान बक्सर खबर। जिले की सभी आशा और आशा फैसिलिटेटर 3 मई को जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन करेंगी। यह प्रदर्शन राज्य स्तर पर लिए गए फैसले के तहत किया जा रहा है, जिसमें पूरे बिहार की आशा कार्यकर्ता एक साथ अपनी आवाज बुलंद करेंगी। इसकी जानकारी जिला संयोजक और राज्य उपाध्यक्ष अरुण कुमार ओझा ने दी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किए गए पुराने समझौतों को लागू नहीं किया गया है, जिससे राज्य की करीब 80,000 आशा और आशा फैसिलिटेटर में जबरदस्त नाराजगी है।
ओझा ने कहा कि सरकार महिला सशक्तिकरण की बात तो करती है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि इन मेहनतकश महिलाओं को समय पर मानदेय भी नहीं मिल रहा है। दलित समुदाय से आने वाली कार्यकर्ता ‘ममता’ का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ प्रचार करती है, लेकिन वादों पर अमल नहीं करती। उन्होंने यह भी बताया कि कोरियर और एमडीएम में काम करने वाले मजदूरों का भी यही हाल है, कम पैसा देकर उनका शोषण किया जा रहा है। 3 मई का प्रदर्शन सरकार को चेतावनी देने के लिए है। अगर मांगें नहीं मानी गईं, तो 20 मई को राष्ट्रव्यापी हड़ताल की जाएगी, जिसमें बिहार की सभी आशा कार्यकर्ता बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगी।