बक्सर की सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध संघर्ष जारी रहेगा: राजकुमार चौबे

0
126

वरदराज मंदिर परिसर में सनातन विभूतियों का भव्य सम्मान समारोह                                                   बक्सर खबर। बक्सर की सांस्कृतिक विरासत और सनातन परंपराओं की रक्षा को लेकर एक भव्य सनातनी सम्मान समारोह का आयोजन रविवार को अहिरौली स्थित वरदराज मंदिर परिसर में किया गया। इस कार्यक्रम में सैकड़ों सनातनी भाई-बहनों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। इस अवसर पर महर्षि विश्वामित्र सेना एवं विश्वामित्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे विशेष रूप से उपस्थित रहे।

उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “बक्सर की उपेक्षा का मुख्य कारण यहां के नेतृत्वकर्ताओं की उदासीनता है। जो लोग बक्सर का प्रतिनिधित्व करते रहे, उन्होंने इसकी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का कभी प्रयास ही नहीं किया, क्योंकि वे बक्सर के थे ही नहीं। केवल बक्सर के मूल निवासी ही इसकी सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए संघर्ष कर सकते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि जब तक बक्सर और सनातन संस्कृति के उत्थान के लिए सार्थक बदलाव नहीं आता, तब तक महर्षि विश्वामित्र सेना संघर्ष जारी रखेगी।

सनातनी सम्मान समारोह में पूजा-अर्चना करते राजकुमार चौबे व अन्य लोग।

इस अवसर पर समाज के प्रतिष्ठित सनातनी व्यक्तित्वों को अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया गया। समारोह की अध्यक्षता श्रीधराचार्य गुरुकुल के रंगनाथ द्विवेदी ने की, जबकि संचालन मोहित बाबा और धन्यवाद ज्ञापन महर्षि विश्वामित्र सेना के राष्ट्रीय मीडिया कोऑर्डिनेटर अशोक उपाध्याय ने किया।कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाने के लिए वरदराज मठिया के पीठाधीश्वर मधुसूदनाचार्य जी महाराज सहित कई प्रतिष्ठित संत-महात्माओं, समाजसेवियों और बक्सर की प्रमुख हस्तियों ने उपस्थिति दर्ज कराई। इस भव्य आयोजन में गोवर्धन चौबे, मुनमुन चौबे, कपिलमुनी बाबा, दीपनारायण चौबे, यतिन्द्र चौबे, अभय पंडित, वीरेंद्र चौबे, वार्ड पार्षद दिनेश पासवान, गोपी उपाध्याय, फौदार मांझी, भरत मांझी, शोले, मनीष, रवि चौबे, नितेश उपाध्याय, राहुल राय, दिलीप चौबे, राजन चौबे, बिट्टू तिवारी, धनजी तिवारी, आकाश तिवारी सहित सैकड़ों गणमान्यजन उपस्थित रहे।समारोह के दौरान वक्ताओं ने बक्सर की समृद्ध सनातन संस्कृति को संरक्षित करने और नई पीढ़ी तक पहुंचाने की आवश्यकता पर जोर दिया। राजकुमार चौबे ने स्पष्ट किया कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक बक्सर को उसका गौरवशाली स्थान नहीं मिल जाता।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here