-जरुरत से ज्यादा क्यों होती है खरीद
बक्सर खबर। सरकारी राशि का दुरूपयोग होना आम बात है। यह नजारा है डुमरांव नगर परिषद का। यहां झाड़ियों में छीपाकर ठेले रखे गए हैं। जिसे दो माह पहले ही खरीदा गया था। अगर इनकी खरीद कूड़ा उठाने के लिए हुई हैं तो फिर इस तरह रखने की क्या जरुरत। डुमरांव नगर परिषद के वार्ड पार्षद सोनू कुमार ने यह तस्वीर भेजते हुए बताया है। यहां 52 ठेलों की खरीद हुई थी। 15 से 20 का उपयोग हो रहा है।
अन्य शेष को एक अहाते में ऐसी जगह झाड़ियों के बीच रखा गया है। जहां सबकी नजर न जाए। खुले में होने के कारण वे जंग खा रहे हैं। ऐसा करना सरकारी राशि के दुरूपयोग करने जैसा है। जिसके लिए नप बोर्ड भी कम जिम्मेवार नहीं है। इनकी लागत क्या है। इसकी जानकारी शिकायत करने वाले युवक ने नहीं दे पाए। उनके अनुसार यह तो कार्यपालक पदाधिकारी ही जानते होंगे। उन्होंने कहा स्वच्छता के नाम पर जो राशि नगर परिषद को मिल रही है। उसकी बंदरबांट जारी है।

































































































