उर्दू जबान को बढ़ावा देने के लिए कलेक्ट्रेट में जिला स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता बक्सर खबर। उर्दू जबान के फरोग और तहजीब की रौशनी को आगे बढ़ाने की दिशा में गुरुवार को समाहरणालय के नवनिर्मित सभागार में “उर्दू भाषी प्रोत्साहन राज्य योजना” के तहत जिला स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसमें डीडीसी आकाश चौधरी, अपर समाहर्ता अरुण कुमार, स्थापना उपसमाहर्ता जनाब अल्लामा मुख्तार और जिला उर्दू भाषा कोषांग के प्रभारी सह वरीय उपसमाहर्ता आलोक नारायण वत्स मौजूद रहे। डीडीसी ने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए बेहद जरूरी हैं। उन्होंने उर्दू को “मीठी और जोड़ने वाली जबान” बताते हुए कहा कि यह समाज में भाईचारा बढ़ाती है।
अपर समाहर्ता अरुण कुमार ने उर्दू के इतिहास पर रोशनी डालते हुए कहा कि यह भाषा अमीर खुसरो के दौर से लेकर मुगल काल तक अपने उत्कर्ष पर रही और दिलों को जोड़ने का काम करती रही। वहीं स्थापना उपसमाहर्ता जनाब अल्लामा मुख्तार ने उर्दू को “गंगा-जमुनी तहजीब की झलक” बताया और कहा कि यह मंच बच्चों को आत्मविश्वास देता है। इस अवसर पर जिला स्तरीय कई अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें वरीय उपसमाहर्ता आदित्य कुमार, नजारत समाहर्ता अजय कुमार, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी अमित कुमार, जिला गंगा समिति के परियोजना अधिकारी रवि बहादुर, माध्यमिक शिक्षा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नाजिश अली सहित कई अन्य पदाधिकारी शामिल थे। उनकी मौजूदगी से कार्यक्रम की रौनक और बढ़ गई।

कार्यक्रम की सफलता में जिला उर्दू भाषा कोषांग/उर्दू सेल, की टीम का अहम योगदान रहा। खासतौर पर मो. अमीनुल्लाह, मो. जाकिर हुसैन और अलीयून हैदरी समेत अन्य उर्दू कर्मियों ने आयोजन और संचालन में बड़ी भूमिका निभाई। प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, शिक्षक और अभिभावक शामिल हुए।