बक्सर खबर ( माउथ मीडिया) । गजबे दौर आ गया है। लोग सच को गुमराह करने पर आमादा हैं। कई मिला सरकार को दोष दे रहे हैं। बेरोजगारी बढ़ गई है। इस लिए युवा शराब की तस्करी कर रहे हैं। बड़ा बड़ा नेतवा सब शराब बेचे का वकालत कर रहा है। अपने स्वार्थ में भला मनई एतना झूठ बोलता है। बेरोजगारी का इ मतलब थोड़े है कि कार व थार से शराब का तस्करी करे वालन के लोग बेरोजगार बता के अपना उल्लू सीधा करें। हम तो कहते हैं, इस सब का राशन पानी बंद किजिए। फ्री का राशन मिलता है और ओकरा बेच के टेट्रा पैक पीता है। राह चलते यह बातें जब मैंने सुनी तो मेरा ध्यान भी उधर गया।
क्योंकि इतनी आदर्श वाली बातें तो किसी आम आदमी के बस की बात नहीं हो सकती। पास पहुंचा तो देखा बतकुच्चन गुरू अपनी रौ में बोले जा रहे थे। आस-पास कुछ और लोग खड़े थे। कुछ उनकी बातें सुन गंभीर थे और कुछ हंस रहे थे। मैं भी एक तरफ किनारे खड़ा हो उनकी बातें सुनने लगा। लंबे अंतराल के बाद उनके दर्शन हुए। मैं उनको राम शलाम करने आगे नहीं बढ़ा। क्योंकि यह उनकी शान में गुस्ताखी की तरह होता। वे बोले जा रहे थे। लोग सरकार को दोष दे रहे हैं। बड़का मनई सब बोतल पी रहा है। और छोटका सब पाउच के बदला में फ्रुटी मार रहा है। अरे ससुर बिहार में एतना बेरोजगारी है तो काहें खरीदते हो।
सारे पीने वाले नहीं होते तो उसे बेचता कौन। इस सब पी रहा है, ज्यादा रोकड़ा खर्च कर रहा है। लाभ के लालच में सब नौजवान एकरा यहां लाकर बेच रहा है। इस का एक कारण उत्तर प्रदेश से हमरे जिला का सीमा का सटाउर होना भी है। शारे धंधा रुकने की जगह बढ़ते जा रहा है। ट्रेन हो या ट्रक हर जगह दारु आ रहा है। पीने वाले सब सरकार के कानून के दोष दे रहा है। सरकार को पाबंदी हटा देवे चाही, एकरा सलाह दे रहा है। अरे सब मिलकर लगाओ चंदा खोल दो दारु के फैक्ट्री। जब एतना शौक है तो सरकार को का गरियाना है। इतना कहते बतकुच्चन गुरु आगे निकल गए। मैं उनको जाते देखता रहा। माउथ मीडिया बक्सर खबर का साप्ताहिक व्यंग कॉलम है। जो प्रत्येक शुक्रवार को प्रकाशित होता है।