प्रशासन और कर्मियों में बनी सहमति, 528 रुपए दिहाड़ी, समय पर वेतन और ईपीएफ अपडेट करने पर मुहर बक्सर खबर। शहर की सफाई व्यवस्था शुक्रवार को उस समय ठप हो गई जब अपनी मांगों को लेकर सफाई कर्मी सामूहिक रूप से हड़ताल पर उतर आए। 6 दिसंबर को कार्यपालक पदाधिकारी को मांग पत्र सौंपने के बाद भी कार्रवाई न होने से नाराज कर्मी किला मैदान में जुट गए और नगर परिषद के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उधर, बढ़ते तनाव को देखते हुए कार्यपालक पदाधिकारी और चेयरमैन प्रतिनिधि नियामतुल्लाह फरीदी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारी कर्मियों से वार्ता शुरू की। कुछ देर चली बातचीत के बाद आखिरकार तीन प्रमुख मुद्दों पर सहमति बन गई और शहर में सफाई कार्य फिर से शुरू हो गया। चेयरमैन प्रतिनिधि नियामतुल्लाह फरीदी ने बताया कि सफाई कर्मियों की मांग के आलोक में 11 दिसंबर को चेयरमैन कमरून निशा की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक हुई थी। बैठक में यह निर्णय पहले ही लिया जा चुका था कि सफाई कर्मियों की दैनिक मजदूरी बढ़ाई जाएगी 528 रुपए प्रतिदिन।
हर महीने 7 से 8 तारीख के बीच वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। ईपीएफ की राशि अद्यतन कर नियमित रूप से जमा की जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यालय की औपचारिकताएं पूरी होते ही बढ़ा हुआ वेतन लागू हो जाता, लेकिन कुछ लोगों द्वारा दुष्प्रचार कर कर्मियों को हड़ताल के लिए उकसा दिया गया। सफाई कर्मियों के नेता संजय शर्मा ने कहा कि यह मजदूरों के लंबे संघर्ष की जीत है। उन्होंने बताया कि तीन दौर की हड़ताल के बाद अब प्रशासन को मजदूरों की आवाज सुननी पड़ी। समझौता निम्न बिंदुओं पर हुआ है- 528 रुपए की दैनिक मजदूरी, हर महीने समय पर वेतन भुगतान और ईपीएफ अद्यतन।




























































































