लाल बाबा आश्रम में श्रीराम कथा के पांचवें दिन उमडे़े श्रद्धालु बक्सर खबर। सती घाट स्थित लाल बाबा आश्रम में चल रही नव दिवसीय श्रीराम कथा में गुरुवार को कथा के पांचवें दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। पूज्य लाल बाबा सरकार के 19वें निर्वाण दिवस पर आयोजित इस कथा में जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी बैकुंठनाथ जी महाराज ने श्रीरामचरितमानस के अद्भुत प्रसंगों का सरस वर्णन किया। सीता स्वयंवर का प्रसंग सुनाते हुए स्वामी जी ने बताया कि शिव धनुष उठाने से पूर्व भगवान राम ने अत्यंत विनम्र होकर कहा, हे नाथ शिवजी के धनुष को तोड़ने वाला कोई तुम्हारा ही एक दास होगा। यह वाक्य भगवान राम के आदर्श चरित्र, उनकी विनम्रता और भक्तिभाव का जीवंत उदाहरण है।
स्वामी बैकुंठनाथ जी ने राम बिलोके लोक सब… चौपाई का अर्थ विस्तार से समझाते हुए कहा कि धनुष टूटने के उसी क्षण श्रीराम ने सब जनसमुदाय को निहारा, गुरुजनों को मन ही मन प्रणाम किया और देखते-देखते धनुष भंग कर दिया। इसी पल माता सीता के विवाह का निर्णय निश्चित हुआ। आश्रम के महंत सुरेंद्र जी महाराज ने सभी नगरवासियों से आग्रह किया कि आएं, श्रीराम कथा का आनंद लें और पुण्य के भागी बनें। उन्होंने बताया कि कथा 15 दिसंबर तक प्रतिदिन जारी रहेगी और 16 दिसंबर को भव्य भंडारे के साथ कार्यक्रम का समापन होगा। कथा स्थल पर भक्तों की उपस्थिति शुरू से ही उत्साहजनक रही। जदयू के प्रदेश महासचिव आजाद सिंह राठौर, नीरज सिंह, झूना पांडेय, पुना बाबा, रणधीर श्रीवास्तव, दुर्गेश पांडेय, प्रह्लाद जी, मनोज वर्मा, अंजय दुबे, संतोष गुप्ता, बबलू तिवारी, वीर राय, बिनोद जायसवाल, संतोष शर्मा, सुरेंद्र वर्मा, ललन मिश्रा समेत सैकड़ों भक्त कथा श्रवण हेतु उपस्थित रहे।


























































































