इन्दरपुर कांड पर फूटा गुस्सा, लाल झंडों से पटा सोखा धाम परिसर बक्सर खबर। इटाढ़ी प्रखंड के सोखा धाम परिसर में सोमवार को भाकपा माले द्वारा आयोजित आमसभा सामंती जुल्म के खिलाफ जोरदार ढंग से संपन्न हुई। सभा स्थल चारों ओर लाल झंडों से सजा था और सामंतवाद हो बर्बाद, सामंती जुल्म नहीं सहेंगे, वोट चोर-गद्दी छोड़ जैसे नारों से वातावरण गूंज उठा। सभा की शुरुआत विक्रम इंग्लिश और बसांव पंचायत के विभिन्न गांवों से पहुंचे दर्जनों बाइक सवार कार्यकर्ताओं के जुलूस से हुई। कार्यकर्ता झंडे लेकर और नारों के साथ सभा स्थल पर पहुंचे तो माहौल जोश और उत्साह से भर उठा।
सभा में वक्ताओं ने 12 अगस्त को इटाढ़ी प्रखंड के इन्दरपुर गांव में हुई घटना को सामंती मानसिकता का ताजा उदाहरण बताया। आरोप लगाया गया कि विजय बहादुर सिंह और उनके परिजनों ने पासवान समुदाय के लोगों के साथ मारपीट कर दलित समुदाय को अपमानित करने की कोशिश की। पुलिस पर भी पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा गया कि दलितों के पहले थाने पहुंचने के बावजूद पहला केस राजपूत जाति के पक्ष में दर्ज किया गया। सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि भाकपा माले संघर्ष की उपज है और दबे-कुचलों की आवाज बनकर हमेशा लड़ती रही है। वक्ताओं ने साफ किया कि दलितों और गरीबों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ पार्टी सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ने को तैयार है, चाहे इसके लिए कुर्बानी ही क्यों न देनी पड़े।

नेताओं ने मौजूदा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह “फर्जीवाड़े की सरकार” है, जो वोट की डकैती कर सत्ता में बने रहना चाहती है। उन्होंने कहा कि असली वोटरों के नाम काटकर फर्जी वोटरों को जोड़ने की साजिश की जा रही है। महिलाओं को नागरिकता साबित करने के नाम पर परेशान किया जा रहा है। नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा संविधान की जगह मनुस्मृति लागू करने की साजिश रच रही है। सभा को अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय पार्षद अलख नारायण चौधरी, जगनारायण शर्मा, जितेंद्र राम, रामलखन राय, रामकुमार राम, करम मुसहर, धनजी पासवान सहित कई नेताओं ने संबोधित किया। सभा की अध्यक्षता कामरेड राजदेव सिंह ने की।