-दस सूत्री मांगों के लिए हुई बैठक, 19 को निकलेगा मशाल जुलूस
बक्सर खबर। समाहरणालय संवर्ग कर्मचारी इस माह की 20 तारीख से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाएंगे। इसकी पूरी रुपरेखा बन गई है। यह हड़ताल पूरे प्रदेश में एक साथ होगी। जिसका सीधा असर राजस्व व भूमि सुधार विभाग के महा अभियान पर पड़ेगा। हड़ताल पर आम सहमति के लिए बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ की बैठक अशोक मिश्रा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। संघ के जिला सचिव संजय त्रिपाठी ने सभी कर्मियों को बताया कि हमने सरकार के समक्ष अपनी दस सूत्री मांग रखी है। जिसका प्रमुख बिंदु है समाहरणालय संवर्ग के कर्मियों का ग्रेड पे 2800 किया जाए।
पहले हमारा ग्रेड पे मैट्रिक की योग्यता के अनुरुप था। लेकिन, अब वह इंटर का हो गया है। ऐसे में ग्रेड पे बढ़ना चाहिए। अगर सरकार ने हमारी मांगों पर समय से विचार नहीं किया तो 20 से जिला संवर्ग के सभी कर्मी हड़ताल पर जाएंगे। चाहे वे समाहरणालय हो अथवा अंचल कार्यालय। हर जगह सरकार का काम ठप हो जाएगा। संकेत के तौर पर 19 की शाम छह बजे जिला मुख्यालय पर मशाल जुलूस भी निकाला जाएगा। समाहरणालय अनुसचिवीय कर्मियों के वेतन विसंगती को दूर करना। समाहरणालय अनुसचिवीय कर्मियों के राजस्तीय संवर्ग बनाने के प्रयास को समाप्त कर गृह जिला में पदस्थापन करना। लिपिकीय संवर्ग के प्रोन्नति संरचना हेतु नया संवर्ग सेवा नियमावली का गठन किया जाय।
जिला समाहर्ता के नीजी सहायक के पद पर बिहार समाहरणालय लिपिकीय संवर्ग के योग्य एवं अनुभवी लिपिक को बिहार बोर्ड मिसलेनियस रूल 1958 के तहत पदस्थापित करते हुये सरकारी कार्यो का संचालन किया जाय। रुपांतरित सुनिश्चित वृति योजना अन्तर्गत समाहरणालय लिपिकीय पद सोपान में निर्धारित ग्रेड-पे/लेवल का लाभ प्रदान किया जाय। समाहरणालय संवर्ग के कर्मियों एवं उनके आश्रितों को केशलेश चिकित्सा व्यवस्था का प्रावधान किया जाय। कर्मियों के लिए 50 लाख रूपये दुर्घटना बीमा का प्रावधान किया जाय। योग्यता एवं वरीयता के आधार पर बिहार प्रसासनिक सेवा के पदों पर प्रोन्नति हेतु 25% पद समाहरणालय लिपिकों के लिए आरक्षित किया जाय।
सभी कर्मियों के NPS/UPS को तत्काल प्रभाव से रद्द कर सभी के लिए पुरानी पेंशन योजना (OPS) की व्यवस्था लागू किया जाय। बैठक में प्रदीप कुमार पाण्डेय, विरेन्द्र प्रसाद, कुलश्रेष्ठ चैधरी, रमेश प्रसाद, वीरेन्द्र कुमार, राजीव कुमार, मुकेश त्रिपाठी, जगनारायण राय, चंदन पाण्डेय, चन्द्र भूषण कुमार, सुमन लाल, ओम प्रकाश, महताब अहमद, ज्ञान प्रकाश पाल, शशि कान्त, सतीश कुमार, रितेश कुमार, धर्मपाल कुमार, अजीत कुमार आदि समाहरणालय के सभी लिपिकों द्वारा सम्बोधित किया।