बक्सर खबर। बेटियां अब किसी से कम नहीं, धनसोई के आई मास कंप्यूटर संस्थान की तीन होनहार छात्राओं ने सरकारी नौकरी में सफलता हासिल कर न सिर्फ संस्थान का नाम रोशन किया, बल्कि समाज की सोच को भी एक नई दिशा दी। संस्थान के निदेशक डब्लू पाठक ने बिहार पुलिस में चयनित विभा कुमारी और दिव्या कुमारी, साथ ही शिक्षिका पद पर चयनित निभा कुमारी को अंग-वस्त्र और पौधा देकर सम्मानित किया। चिरैयाटांड़ गांव के किसान सुरेंद्र यादव की दोनों बेटियों निभा और विभा ने एक साथ नौकरी पाकर मिसाल कायम की है।
वहीं रोहतास जिले की दिव्या कुमारी ने भी विपरीत हालात में हार नहीं मानी। मां के निधन के बाद पिता और बहनों के सहयोग से पढ़ाई जारी रखी और बिहार पुलिस में चयनित हुई। डब्लू पाठक ने कहा, “यह सिर्फ नौकरी नहीं, बेटियों के स्वाभिमान और आत्मनिर्भरता की पहचान है।” इन सफलताओं के पीछे बिहार सरकार की 35% महिला आरक्षण नीति और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी सोच को भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इन बेटियों की कहानियां हजारों परिवारों के लिए प्रेरणा हैं।