बक्सर का अपना पौराणिक गौरव, कोई नया नाम नहीं चाहिए बक्सर खबर। स्थानीय बाबा नगर स्थित कांग्रेस नेता डॉ. सत्येंद्र कुमार ओझा के आवास पर रविवार को सर्वदलीय एवं सर्वसमाज की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें बक्सर स्टेशन का नाम बदलने के मुद्दे पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। बैठक की अध्यक्षता डॉ. पारस मणि और डॉ. सत्येंद्र कुमार ओझा ने संयुक्त रूप से की, जबकि संचालन निहाल खान और रमेश कुमार राम ने संभाला। बैठक को संबोधित करते हुए डॉ. ओझा और वार्ड पार्षद दिनेश कुमार ने कहा कि विकास को छोड़कर सिर्फ नाम बदलने की राजनीति बेहद निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि बक्सर एक ऐतिहासिक, पौराणिक और धार्मिक पहचान रखने वाला क्षेत्र है, जिसकी पहचान विश्व स्तर पर स्थापित है।
डॉ. सत्येंद्र ओझा ने कहा कि ‘बक्सर बाघों’ का शहर होने के साथ-साथ हजारों ऋषि-मुनियों की तपोभूमि है। त्रिदंडी स्वामी जी महाराज और जियर स्वामी जी महाराज जैसे महान संतों की परंपरा यहां की धार्मिक प्रतिष्ठा को और मजबूती देती है। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया कि बक्सर को किसी नए नाम की जरूरत नहीं, बल्कि इसकी पौराणिक महिमा को सम्मान देते हुए इसे ‘बक्सर धाम’ के नाम से जाना जाना चाहिए। इस प्रस्ताव को लोगों ने उत्साहपूर्वक समर्थन दिया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन रमेश यादव ने किया। मौके पर रमाशंकर तिवारी, अजय ओझा, आशीष तिवारी, नित्यानंद पांडेय, हसन खान, राजेश शर्मा सहित कई लोग उपस्थित रहे।




























































































