हमारी वर्षों की मेहनत का दिखने लगा फल, कार्यकर्ताओं में खुशी बक्सर खबर। बक्सर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ‘महर्षि विश्वामित्र स्टेशन’ करने की मांग अब और मजबूत हो गई है। राज्यसभा में भाजपा सांसद डॉ. भीम सिंह ने शुक्रवार को पूरक प्रश्न के दौरान बक्सर के ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व का उल्लेख करते हुए यह मुद्दा मजबूती से उठाया। उन्होंने सदन को बताया कि बक्सर वही पावन धरती है जहां भगवान श्रीराम ने महर्षि विश्वामित्र के साथ राक्षसों के विरुद्ध अभियान चलाया था और ताड़का का वध किया था। ऐसे में स्टेशन का नाम महर्षि विश्वामित्र के नाम पर रखना समय की मांग है। राज्यसभा में मांग उठने के बाद विश्वामित्र सेना ने इसका जोरदार स्वागत किया है। सेना के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने कहा कि बक्सर का गौरव राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने की यह पहल करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान है। उन्होंने कहा कि यह हमारे लंबे संघर्ष और प्रयासों की जीत है। केंद्र सरकार और रेलवे मंत्रालय का हम हृदय से धन्यवाद करते हैं।
रेल मंत्री के बयान पर राजकुमार चौबे ने कहा कि बक्सर में आने वाले श्रद्धालुओं का अनुभव हमेशा दिव्य और आध्यात्मिक रहा है, और स्टेशन का नाम बदलने से यह पहचान और सशक्त होगी। ज्ञात हो कि मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बक्सर की पौराणिकता को स्वीकार किया और बताया कि बक्सर स्टेशन का आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक थीम पर उन्नयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं बक्सर के महत्व को विशेष रूप से रेखांकित करते हैं। साथ ही बताया कि स्टेशन के विकास के लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है। मांग के समर्थन में स्वागत करने वालों में अशोक उपाध्याय, रवि राज, मोहित दुबे, बलिराम मिश्रा, अर्जुन तिवारी, गोवर्धन चौबे, मुनमुन चौबे, गुड्डू पांडे, कपिल मुनि, मोती बाबा, सुरेंद्र तिवारी, धीरज सिंह, विजय कुमार, हरिशंकर दुबे, बबलू यादव सहित कई कार्यकर्ता शामिल रहे।



























































































