भगवा रंग में रंगी रैली ने खींचा ध्यान, पर समय खत्म होने से पहले नहीं पहुंच पाए अनुमंडल कार्यालय बक्सर खबर। मंगलवार को बक्सर विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने निकले भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता ओम जी यादव के समर्थकों का उत्साह देखते ही बन रहा था, लेकिन तमाम तैयारी और भव्य शोभायात्रा के बावजूद उनका नामांकन दाखिल नहीं हो सका। किला मैदान से शुरू हुई रैली में सैकड़ों युवा ढोल-ताशों के साथ भगवा परिधान में शामिल हुए। जुलूस रामरेखा घाट रोड, पीपी रोड, ठठेरी बाजार, यमुना चौक, मुनीम चौक होते हुए अनुमंडल कार्यालय की ओर बढ़ा। पूरे रास्ते में ओम जी यादव का जगह-जगह फूल-मालाओं और नारों के साथ स्वागत किया गया। किला मैदान में आयोजित सभा में यादव ने अपने समर्थकों का भगवा गमछा पहनाकर अभिनंदन किया और कहा कि उनकी लड़ाई “जनता के सम्मान और असली विकास” के लिए है। भगवा रंग में रंगी इस सभा से उन्होंने एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश देने का भी प्रयास किया।लेकिन, उत्साह में डूबी रैली देर तक सड़कों पर घूमती रही और जब तक काफिला अनुमंडल कार्यालय पहुंचा, समय निकल चुका था।
ओम जी यादव दोपहर 3:02 बजे कार्यालय पहुंचे, जबकि निर्वाचन आयोग की ओर से नामांकन का समय सुबह 11:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक ही निर्धारित था। इस कारण अधिकारी ने नामांकन पर्चा लेने से इनकार कर दिया। ओम जी यादव पिछले दस वर्षों से भाजपा संगठन से जुड़े रहे हैं और वे भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। रैली में कई ऐसे चेहरे दिखे जो कभी राजद और भाजपा दोनों दलों के कार्यक्रमों में नजर आते रहे हैं, जिससे यह संकेत मिला कि यादव का युवा वर्ग में व्यापक प्रभाव है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यदि ओम जी यादव का नामांकन स्वीकार हो जाता, तो वे एनडीए और महागठबंधन दोनों के वोट बैंक में सेंध लगा सकते थे। हालांकि अब यह सवाल बना हुआ है कि वे चुनावी मैदान में उतर पाएंगे या नहीं।