पुलिस ने मुख्य आरोपियों को चार दिन की रिमांड पर लिया, बरामद नहीं हुए हत्या में इस्तेमाल हथियार बक्सर खबर। सूबे बिहार के बहुचर्चित अहियापुर हत्याकांड में बक्सर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपियों को चार दिन की रिमांड पर लिया है। माना जा रहा है कि इन चार दिनों में अगर आरोपियों की जुबान खुलती है, तो कई रसूखदार चेहरे भी सलाखों के पीछे पहुंच सकते हैं। गौरतलब है कि इस सनसनीखेज वारदात में छह लोगों को गोलियों से भून दिया गया था, जिनमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक अन्य घायल ने बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हैं, जिनमें से एक की जान बचाने के लिए डॉक्टरों को उसका एक पैर तक काटना पड़ा।
पुलिस ने इस कांड में शामिल पूर्व मुखिया और पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष के पति मनोज यादव, उनके छोटे भाई पूर्व मुखिया संतोष यादव और बटेश्वर यादव को बुधवार को रिमांड पर लिया है। इन तीनों ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था, जब अहियापुर में कुर्की-जप्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। हत्या के बाद आरोपी गांव छोड़कर फरार हो गए थे और लगभग 10 दिनों तक पुलिस से आंख-मिचौली खेलते रहे।सूत्रों की मानें तो इन 10 दिनों में हत्या के आरोपी कुछ प्रभावशाली सफेदपोशों के संरक्षण में रहे। अब पुलिस की जांच का रुख इन्हीं रसूखदारों की ओर मुड़ गया है। फिलहाल तीनों आरोपियों से लगातार पूछताछ जारी है ताकि न सिर्फ हथियारों की बरामदगी हो सके, बल्कि उन चेहरों से भी पर्दा उठ सके।
इस हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए हथियार अब तक बरामद नहीं हो सके हैं, जिससे पुलिस की जांच अभी अधूरी मानी जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि रिमांड की इस अवधि में न केवल हथियारों की बरामदगी होगी, बल्कि पूरे षड्यंत्र की परतें भी एक-एक कर खुलेंगी।