राजस्व समीक्षा बैठक में एडीएम ने अफसरों को दिए सख्त निर्देश, लापरवाही पर होगी कार्रवाई बक्सर खबर। मंगलवार को समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में अपर समाहर्ता कुमारी अनुपम सिंह की अध्यक्षता में राजस्व कार्यों की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में अंचलवार समीक्षा करते हुए कई अहम निर्देश जारी किए गए। बैठक की शुरुआत में 7 मई से चल रही हड़ताल की समीक्षा की गई। जिले के 70 राजस्व कर्मचारियों में से 42 अभी भी हड़ताल पर हैं, जबकि 28 कर्मचारी कार्यरत हैं। खास बात यह रही कि बक्सर और चौसा अंचल के सभी कर्मचारी ड्यूटी पर मौजूद पाए गए। अपर समाहर्ता ने निर्देश दिया कि हड़ताली कर्मियों को 25 मई तक कार्य पर लौटने का सख्त निर्देश दें, अन्यथा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। ‘अभियान बसेरा-2’ के तहत 2725 भूमिहीनों में से 2427 को ही अब तक भूमि आवंटित की गई है। बाकी बचे लाभुकों को जल्द से जल्द जमीन देकर ऑनलाइन पर्चा निर्गत करने का आदेश दिया गया। साथ ही ‘नॉट फिट फॉर एलॉटमेंट’ घोषित लाभुकों की पंचायतवार 10% रैंडम जांच कर एक हफ्ते में रिपोर्ट देने को कहा गया। अनियमितता पाए जाने पर दोषी कर्मियों पर कार्रवाई होगी।
सभी अंचल अधिकारियों को निर्देश मिला कि 75 दिन से ज्यादा पुराने सभी मामलों का निपटारा एक हफ्ते के भीतर कराना सुनिश्चित करें। जिले के ब्रह्मपुर, बक्सर, डुमरांव, नावानगर और सिमरी अंचल में कुल 195 दाखिल-खारिज के मामले लंबित हैं, जिनमें से सिर्फ 5 का निष्पादन हुआ है। यह स्थिति अत्यंत खेदजनक बताई गई। संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया गया कि भू-अर्जन पदाधिकारी से समन्वय कर जल्द से जल्द दाखिल-खारिज की कार्रवाई पूरी करें। बैठक में यह भी सामने आया कि रैयतों द्वारा समय पर लगान जमा नहीं किया जा रहा है। ऐसे मामलों में नीलाम पत्र वाद दायर कर विधिसम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। गर्मी को देखते हुए नगर परिषद और नगर पंचायत क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था की जांच के निर्देश दिए गए। वहीं, मानसून से पहले बाढ़ की तैयारी सुनिश्चित करने को भी कहा गया। सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि राजस्व से जुड़े प्राथमिकता वाले कार्यों -जैसे परिमार्जन प्लस, भू-मापी और लगान वसूली में तेजी लाएं। साथ ही कार्यालय आने वाले आगंतुकों की समस्याओं को गंभीरता से सुनें और नियमानुसार शीघ्र निपटारा करें।