शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर डीएम ने की सख्त कार्रवाई बक्सर खबर। शिक्षा व्यवस्था में सुधार और अनियमितताओं पर नकेल कसने के लिए बुधवार को समाहरणालय स्थित सभागार में डीएम अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में फर्जी प्रमाण पत्र पर नियुक्त 11 शिक्षक और 9 अनुपस्थित शिक्षकों पर कार्रवाई की जानकारी दी गई। चौसा, सिमरी और ब्रह्मपुर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा स्थिति स्पष्ट न करने पर उनका वेतन स्थगित कर स्पष्टीकरण तलब किया गया।
डीएम ने निर्देश दिया कि फर्जीवाड़े के मामलों में संबंधित शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कर वसूली की प्रक्रिया शुरू की जाए। टोला सेवक, तालिमी मरकज, सफाई एजेंसियों और स्कूल वाहनों की भी जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए। एमपी हाई स्कूल की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने और उसे मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने की दिशा में असंतोषजनक जवाब देने पर प्रधानाध्यापक से जवाब-तलबी की गई। इसके अलावा, सितंबर तक शत-प्रतिशत नामांकन लक्ष्य हासिल करने, स्कूलों में आधारभूत संरचना के काम में तेजी और साफ-सफाई की नियमित जांच के निर्देश भी दिए गए। इंस्पायर अवॉर्ड के लिए इस वर्ष 2000 छात्रों को तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। डीएम ने कहा कि शिक्षा विभाग के नए नियमों का पूरी तरह पालन सुनिश्चित किया जाए।