बक्सर खबर (माउथ मीडिया) । मैं अपनी धुन में चला रहा था। तभी रास्ते में एक जगह बतकुच्चन गुरू नजर आए। एक जगह बैठ के किसी से सट कर बातें कर रहे थे। मुझे बड़ा अजीब लगा। जो व्यक्ति इतने खुले विचारों वाला है। दहाड़ते चलता है, आखिर क्या बात है, इतनी खामोशी से गुपचुप चर्चा कर रहे हैं। मेरे कदम स्वाभाविक रुप से उनकी तरफ बढ़ गए। पास जाकर मैंने उनको राम-सलाम करना चाहा। लेकिन, मेरे बोलने से पहले जो शब्द मेरे कान तक आए। वह चौकाने वाले थे। लोगों के लाखों बच जाएंगे, उन सबको तो करोड़ों का चूना लगा है। लाखों-करोड़ो की बात सुन मेरा माथा ठनका। आखिर कौन सा मसला आ गया। यह लोग लाखों बचने और करोड़ों डूबने की बात कर रहे हैं। मैंने उनकी बातें सुनने का निश्चय किया।
बगैर व्यवधान पैदा किए पास में कान लगाकर खड़ा हो गया। दोनों आपस में मसगुल थे। बतकुच्चन गुरू बोल रहे थे। सरकार जौन काम शुरू की है उ बहुते बढ़ियां है। दो-तीन पिढ़ी से लोगन का काम अटका पड़ा है। आम मनई जौन है उ बाबू लोग के आगे-पिछे वर्षों से घूम रहा है। लेकिन, उ सब के नोट सुघें बगैर कामे नहीं करता है। कल आइएगा कह के टरका देता है। आपस में बंटवारा भी हो तो लाख दू लाख अएसे मांगता है जैसे पइचा दिया हो। लेकिन, उ सबका सरकार ए बार अच्छा इंतजाम किया है। लगाओ कैंप, करो काम, अब नहीं लोगो दाम। इतना कह कर बतकुच्चन गुरू ने गहरी सांस ली और निराश स्वर में बोले। लेकिन, इ सब काम होने नहीं देगा। कर्मचारी और अधिकारी सब मिला हुआ है ससुरा। कवनों न कवनों अड़चन डाल के सब विधानसभा चुनाव तक टाल देगा।
सुने हैं कि हड़ताल की धमकी दिया है सब मिल के। हड़ताल किया तो और चौपट। जौन मिला फारम-तारम भरके तैयार हैं। उनका काम भी लटक जाएगा। इ सब के मुहे नोट का स्वाद लगा है। दूसरे सरकार धंधा बंद करने पर लगी है। सब मिला के छाती पर सांप लोट रहा होगा। कवनो मिला के हाटो फेल न करे। हम ए बदे ऐसा कह रहे हैं। काहे की सुने में हैं, सप्ताह में लाखों और महीने में करोड़ों का लेनदेन सब जमीन के कागज में करता है। ए महा अभियान से उ सब का उपरी कमाइए बंद हो जाएगा। उन दोनों की बात सुन मैं समझ गया। हो न हो यह भू राजस्व विभाग के महाअभियान से जुड़ा मामला प्रतीत हो रहा हैं। मैंने उन दोनों की बातचीत में व्यवधान पैदा नहीं किया। वहां से आगे बढ़ गया। लेकिन, मेरे जेहन में यह सवाल अभी भी उठ रहा है। क्या राजस्व कार्यालयों में ऐसा खेल होता रहा है। और आने वाले समय में उनकी यह आदत सुधरेगी। ( माउथ मीडिया बक्सर खबर का साप्ताहिक कालम है। जो प्रत्येक शुक्रवार को प्रकाशित होता है।)