– पकड़े गए लोगों के नाम का खुलासा नहीं, अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ भी शिकायत
बक्सर खबर। चंदन मिश्रा हत्याकांड में बिहार पुलिस ने बंगाल से पांच लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें तीन वैसे हैं। जो हत्याकांड के वक्त सीसीटीवी फुटेज में नजर आए हैं। ऐसा सूत्रों कहना हैं। लेकिन, पटना पुलिस व एसटीएफ ने इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं किया है। अलबत्ता मीडिया ट्रायल में यह बात सामने आई हैं कोलकत्ता के एक फ्लैट से पांच लोग गिरफ्तार किए गए हैं। जो दो अलग-अलग कमरे में पनाह लिए हुए थे। एक जगह से दो और दूसरी जगह से तीन। यह सभी कौन हैं, इस नाम का खुलासा अभी बिहार पुलिस ने नहीं किया है।
इसकी एक वजह यह भी है कि आरोपी दूसरे राज्य में गिरफ्तार हुए हैं। और वहां कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही संदिग्ध आरोपी पटना लाए जाएंगे। बंगाल पुलिस के अनुसार उनसे बिहार एसटीएफ के इस ऑपरेशन में सहयोग किया है। सूत्रों ने बताया, संदिग्ध भले ही अभी बिहार नहीं लाए गए। लेकिन, उनसे पूछताछ वहीं शुरू हो गई है। अब तक की जांच में पुलिस यही मान कर चल रही है कि, हत्या के पीछे ओंकार नाथ सिंह उर्फ शेरू का हाथ है। जो बंगाल के पुरूलिया जेल में बंद है। सूत्र तो यह भी दावा कर रहे हैं। चंदन और शेरू के मध्य 13 जुलाई को बातचीत भी हुई थी। शेरू जेल में है और चंदन बाहर पैरोल पर अपने गांव आए थे।
उन्हें उपचार के लिए पन्द्रह दिन का समय दिया गया था। इस दौरान वे अपने गांव सोनवर्षा और पटना में उपचार के लिए रुक सकते थे। इसकी उनको अनुमति मिली थी। और इसी मौके का लाभ प्रतिद्वंदी गैंग ने उठाया। हत्या में जिस तौसीफ की पहचान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई है। उसकी सरगर्मी से तलाश हो रही है। पुलिस की माने तो चंदन के वार्ड में दाखिल हुए सभी पांच अपराधियों ने गोली चलाई होगी। क्योंकि पोस्टमार्टम में 26 गोली लगने की बात सामने आई है। यह भी ज्ञात हुआ कि, चंदन मिश्रा के पिता ने पारस अस्पताल के एक डॉक्टर व अस्पताल प्रबंधन पर भी आरोप लगाए हैं। क्योंकि हत्याकांड में अस्पताल की संलिप्तता उजागर हो रही है। वैसे पुलिस स्वयं ही इस हत्याकांड को चुनौती की तरह लेकर चल रही है।