-कुछ दिन पहले साथियों संग गया था बाहर कमाने
बक्सर खबर। चौकीदार के बेटे का शव मंगलवार को उसके गांव पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। घर वाले दहाड़े मार रोने लगे। यह दुखद नजारा था नावानगर के स्थानीय चौकीदार सुदामा पासवान के घर का। उनके 18 वर्षीय पुत्र उमेश कुमार की मृत्यु नागपुर में बीते दिनों हो गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि वह सबसे छोटा बेटा था। एक सप्ताह पहले ही अपने साथियों को बुलाने पर नागपुर गया था। वहां कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने के लिए गया था। दो दिन तक उसने अपने साथियों संग वहां काम किया। लेकिन, काम उसे पसंद नहीं आया।
दोस्तों से गांव वापस जाने की बात कह नागपुर स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने आ गया था। लेकिन, चढ़ने के दौरान पैर फिसला और वह ट्रेन की चपेट में आ गया। यह दुर्घटना रविवार को हुई। और सबसे पहले इसकी सूचना दोस्तों को ही मिली। उन्होंने उसका हाल जानने के लिए फोन मिलाया तो उधर से रेल पुलिस ने जवाब दिया। इस युवक की ट्रेन दुर्घटना में मौत हो चुकी है। दुर्घटना रविवार की रात हुई थी। इस वजह से सोमवार को अगले दिन पोस्टमार्टम हुआ और मृतक का शव मंगलवार को उसके गांव पहुंचा। वह चार भाइयों में सबसे छोटा था। उसकी मौत से घर में मातम पसर गया।


































































































