बक्सर खबर : पंचायत चुनाव की डुग-डुगी बज चुकी है। राजनीतिक पैंतरे चले जा रहे हैं। ऐसे में चौसा प्रखंड की राजनीति इस बाद देखने लायक होगी। पिछले दो चुनाव से गुड्डू राय बाहर थे। उनकी पत्नी सुनिता राय निर्विरोध पंचायत समिति का चुनाव जीततीं थी। उतनी ही आसानी से वह प्रमुख भी बन जाती थीं। क्योंकि गुड्डू राय की वजह से उनके खिलाफ कोई आवाज उठाने वाला भी नहीं होता था। इस बार चुनाव से ठिक पहले उनकी गिरफ्तारी हो जाने के बाद चौसा प्रखंड का चुनाव दिलचस्प होगा। मियां-बीबी की हनक बरकरार रहती है या उसमें कमी आती है। यह तो देखने लायक होगा। सूत्रों की माने तो चुनावी नतीजों पर गिरफ्तारी का प्रभाव पड़ सकता है।
सुनिता दो बार से हैं प्रमुख
बक्सर : गुड्डू राय की धमक पंचायत चुनाव में काफी सशक्त रही है। उनकी पत्नी निर्विरोध पंचायत समिति सदस्य बनती रहीं हैं। वर्ष 2011 में जब पहली बार पंचायत चुनाव हुआ था। उस समय चौसा प्रमुख का पद सामान्य वर्ग के लिए था। तब कोचढ़ी के भोला यादव प्रमुख बने थे। इसके बाद 2006 एवं 2011 के चुनाव में यह पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित हो गया। तब से सुनिता राय वहां की प्रमुख हैं। पर इस बार के चुनाव में उनके पति उत्तर प्रदेश के हवालात में होंगे। ऐसे में चुनाव उनके लिए पेचिंदगी भरा होगा।
कहते हैं एसपी
बक्सर : एसपी उपेन्द्र कुमार शर्मा का कहना है कि पुलिस ने इसके लिए विशेष रणनीति बनायी जाएगी। चुनाव में किसी की दबंगयी काम नहीं आएगी। हमारी नजर इस प्रखंड पर विशेष रुप से है।






























































































