बक्सर खबर : सीआरपीएफ जवान संजय नट ने खुद की बलि नहीं दी। उसके साथ छल हुआ है। किसी ने उसकी हत्या कर दी है। ऐसा आरोप संजय के दादा अदालत नट ने लगाया। जिले के सिमरी थाना अंतर्गत बलिहार गांव निवासी संजय के घर पर फिलहाल दादा ही इकलौते पुरुष सदस्य हैं। उन्होंने बक्सर खबर से कहा, वैसा क्यों करेगा। पूजा करते वक्त किसी ने पीछे से उसका गला रेत दिया है। हालाकि इस घटना से मंदिर प्रशासन और पुलिस ने इनकार किया है। उनका कहना है मौजूदा हालात देखकर ऐसा नहीं लगता किसी ने हत्या की है। जांच चल रही है।
पुरी तरह थे स्वस्थ्य : पत्नी
बक्सर : संजय नट ने देवी मंदिर में खुद की बलि चढ़ा दी। इसके बाद यह खबर आयी कि परिवार के सदस्यों के अनुसार उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। यह बात मीडिया की अफवाह है। ऐसा मानना है, उसकी बेवा पत्नी शारदा का। उसने बताया बीस दिनों की छुट्टी पर आए थे, साथ रहे। रविवार को विदा हुए। यहां से नाश्ता वगैरह कर के निकले। बक्सर स्टेशन तक छोडऩे के लिए मेरा भांजा उनको बाइक से ले गया। फिर पूजा के दौरान ऐसा क्या हुआ। वह बेचारी खुद नहीं जानती। पर मानसिक रुप से परेशान होने की घटना को पूरी तरह नकारती है।
वेल सेटल्ड है पूरा परिवार
बक्सर खबर : संजय नट का परिवार पुरी तरह वेल सेटल्ड है। पिता हृदया नट बीएमपी पांच में हैं। फिलहाल उनकी तैनाती कैमुर जिला में है। बड़े भाई संतोष नट भी सीआरपीएफ में ही नौकरी करते हैं। छोटा भाई कृष्णा नट बैंगलौर में प्राइवेट नौकरी करता है। उसका खुद का परिवार गांव में ही रहता है। पत्नी शारदा से चार बच्चे हैं। बड़ी बेटी आनंदी, दूसरा बेटा पुनीत, तीसरा बेटा हिमांशु और चौथी बेटी नंदनी। उसे किसी बात का गम नहीं था। घर के पास मिले उसके चचेरे भाई सुनील ने बताया कभी हम लोग पढने नहीं जाते तो बहुत डांटते थे। उनके जैसा भला आदमी नहीं मिलेगा। उनके साथ जरुर कोई धोखा हुआ है।



































































































