–हां, चुनाव लड़ेंगे, पर अकेले नहीं, बिहार की 243 सीटों पर बक्सर खबर। पूर्व आईपीएस और भाजपा नेता आनन्द मिश्र ने साफ कहा है कि उनका मकसद किसी पद या टिकट की चाहत नहीं, बल्कि सेवा और संगठन है। हाल ही में भाजपा में शामिल हुए आनन्द मिश्र ने कुछ दिन पूर्व किला मैदान में जनता को संबोधित करते हुए अपने इरादे स्पष्ट कर दिए। उन्होंने कहा, “मैं यहां लेने के लिए नहीं, बल्कि देने के लिए आया हूं। मैंने आईपीएस सेवा में जैसे तिरंगे के सामने शपथ ली थी, वैसे ही भाजपा मंच से भी वही शपथ दोहराई है संपूर्ण समर्पण की।”
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए आनन्द मिश्र ने कहा, “मैंने पहले दिन ही साफ कर दिया था कि मैं टिकट की अपेक्षा से नहीं आया हूं। मेरा लक्ष्य संगठन को मजबूत करना और भाजपा व एनडीए की जीत सुनिश्चित करना है।” चुनावी उम्मीदवारी पर पूछे जाने पर उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, हां, चुनाव लड़ेंगे। पर अकेले नहीं। बिहार की 243 सीटों पर भाजपा का हर कार्यकर्ता चुनाव लड़ेगा। मैं भी संगठन का हिस्सा बनकर यही लड़ाई लड़ूंगा। आनंद मिश्र ने बताया कि बचपन से ही वे समाज सेवा से प्रभावित रहे हैं। उनका मानना है कि भाजपा मजबूत होगी तो बिहार मजबूत होगा। यही सोच उन्हें राजनीति में लाई है।
































































































