विभाजन का दर्द आज भी ताजा: भाजपा 

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कार्यकर्ताओं ने मनाया विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस, बलिदानियों को दी श्रद्धांजलि                                       बक्सर खबर। भारत के इतिहास में 14 अगस्त 1947 केवल एक तारीख नहीं, बल्कि एक ऐसी त्रासदी है जिसने करोड़ों दिलों में हमेशा के लिए दर्द छोड़ दिया। यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी इस दिन को ‘विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस’ के रूप में याद करती है। इसी कड़ी में गुरुवार को भाजपा जिला ईकाई ने अहिरौली स्थित पार्टी कार्यालय में एक बैठक आयोजित कर उस भयावह घटना को याद किया। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश भुवन ने की, जबकि संचालन सतीश दुबे ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में जिला प्रभारी अरुण कुशवाहा मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता से एक दिन पहले, 14 अगस्त 1947 को, कांग्रेस के कुछ नेताओं ने मजहबी कट्टरता के चलते भारत माता को बांटने का षड्यंत्र रचा। इसका नतीजा था दंगे, हत्याएं और लाखों लोगों का विस्थापन। उन्होंने कहा कि इस काले अध्याय के लिए कांग्रेस और उसके नेता कभी माफी के हकदार नहीं।

जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश भुवन ने भावुक शब्दों में कहा कि 1947 का विभाजन देश के इतिहास का ऐसा काला पन्ना है जिसमें इंसानियत लहूलुहान हुई। यह विभाजन धर्म के आधार पर हुआ और इसकी कीमत लाखों निर्दोषों की जान से चुकानी पड़ी। अन्य वक्ताओं प्रदीप दुबे, राजेश सिन्हा, राजीव रंजन सिंह, रानी चौबे, मनोज पाण्डेय, सतीश चंद्र त्रिपाठी, रमेश गुप्ता समेत कई नेताओं ने विभाजन पीड़ितों और बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। बैठक में जयप्रकाश राय, रामाश्रय राम, कंचन देवी, इंदु देवी, संध्या पाण्डेय, सुधा गुप्ता, दीपक पाण्डेय, नीलम सहाय, वर्षा पाण्डेय, विनोद चौबे, उमाकांत पाण्डेय, उमाशंकर राय समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे। धन्यवाद ज्ञापन जिला उपाध्यक्ष पुनीत सिंह ने किया।

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