बक्सर खबर। बकरीद की तैयारी में घर लौट रहे सिमरी निवासी दरोगा मो. जलालुद्दीन की शनिवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में मौत हो गई। घटना भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत इटवां गांव मोड़ की है, जहां एनएच 922 पर ट्रक और वेगनआर कार की आमने-सामने जबरदस्त टक्कर हो गई। हादसे में कार चला रहे दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गए और आरा सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। वहीं ट्रक चालक भी गंभीर रूप से घायल है।
मृतक की पहचान जिला के सिमरी थाना क्षेत्र के सातों दूधी पट्टी निवासी 52 वर्षीय मो. जलालुद्दीन के रूप में हुई है। वह बिहार पुलिस में दरोगा पद पर कार्यरत थे और फिलहाल आरा ट्रैफिक थाना में तैनात थे। बकरीद को लेकर वह अपने निजी वाहन वेगनआर से आरा से गांव जा रहे थे। रास्ते में इटवां गांव मोड़ पर सामने से आ रहे ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए।मृतक के पुत्र मो. इरफान ने बताया कि पिता बकरीद पर कुर्बानी के लिए गांव आ रहे थे। रास्ते में हादसे की सूचना मिलते ही पूरा परिवार सदमे में डूब गया। एक ही पल में त्योहार की खुशी मातम में बदल गई। घर पर कोहराम मच गया और सभी परिजन रो-रोकर बेहाल हो गए।

हादसे की सूचना मिलते ही ट्रैफिक डीएसपी मनोज कुमार सुधांशु, ट्रैफिक थानाध्यक्ष श्रवण कुमार समेत कई पुलिसकर्मी आरा सदर अस्पताल पहुंचे। डीएसपी ने कहा कि मो. जलालुद्दीन ट्रैफिक थाना में बेहद जिम्मेदारी से काम करते थे। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में उनका बड़ा योगदान था। उनके जाने से विभाग ने अपना एक मजबूत कंधा खो दिया। जानकारी के मुताबिक, मो. जलालुद्दीन पांच भाइयों और दो बहनों में दूसरे नंबर पर थे। उन्होंने दो शादियां की थीं। पहली पत्नी नजमा खातून का देहांत 25 वर्ष पूर्व हो गया था। उनसे उन्हें दो बेटियां रजिया और नाजिया हैं। दूसरी पत्नी बेबी खातून से दो बेटियां गुड़िया और खुशी, और एक बेटा मो. इरफान है। अब उनके जाने से पूरा परिवार गहरे सदमे में है।