बक्सर खबर। उर्दू भाषी छात्रों के लिए अच्छी खबर है। जिला उर्दू भाषा कोषांग की ओर से उर्दू निदेशालय, मंत्रिमंडल सचिवालय, बिहार पटना के निर्देशानुसार एक वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन प्रस्तावित है। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में उर्दू भाषा के प्रति रुचि बढ़ाना, उनकी अभिव्यक्ति क्षमता को निखारना और भाषाई चेतना का विकास करना है। यह प्रतियोगिता तीन शैक्षणिक स्तरों- मैट्रिक/समकक्ष, इंटर/समकक्ष और स्नातक/समकक्ष पर आयोजित की जाएगी। हर वर्ग के लिए चार-चार विषय निर्धारित किए गए हैं, जिनमें से प्रतिभागियों को एक विषय पर वाद-विवाद प्रस्तुत करना होगा।
मैट्रिक/समकक्ष वर्ग के लिए विषय: 1. उर्दू भाषा और हमारा दैनिक जीवन 2. लड़कियों की शिक्षा जरूरी क्यों 3. पर्यावरण की रक्षा 4. समय की पाबंदी
इंटर/समकक्ष वर्ग के लिए विषय: 1. समाज पर सोशल मीडिया का प्रभाव 2. उर्दू ज़बान की अहमियत 3. पर्यावरण संकट 4. शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी
स्नातक/समकक्ष वर्ग के लिए विषय: 1. नारी सशक्तिकरण 2. उर्दू गजल की लोकप्रियता 3. नावेल निगारी 4. आज का नौजवान और सोशल मीडिया
प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक उर्दू भाषी छात्र-छात्राएं 25 जून तक निर्धारित प्रपत्र में अपना आवेदन भरकर अपने विद्यालय या महाविद्यालय के प्रधानाध्यापक/प्राचार्य से सत्यापित कराकर जिला उर्दू भाषा कोषांग में जमा कर सकते हैं। निर्धारित तिथि के बाद आने वाले आवेदनों पर कोई विचार नहीं किया जाएगा। नोट: प्रतियोगिता की तिथि, स्थान और अन्य विवरण के लिए छात्र-छात्राएं अपने शिक्षण संस्थानों या जिला उर्दू भाषा कोषांग से संपर्क कर सकते हैं।